Delhi News: आम आदमी पार्टी (AAP) नेता दुर्गेश पाठक (Durgesh Pathak) ने नीट परीक्षा को लेकर पैदा हुए विवाद पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि इस मामले में दो तरह के फ्रॉड हुए हैं. पहला पेपर लीक और दूसरा मार्किंग से जुड़ा हुआ है. दुर्गेश पाठक ने साथ ही कहा कि जो तथ्य सामने आ रहे हैं वे बीजेपी की सरकार और मंत्री के दावे को खारिज करते हैं. 


दुर्गेश पाठक ने कहा, ''बीजेपी सरकार और मंत्री कह रहे हैं कि यह लोकलाइज्ड फेलियर है. नीट में जो धांधली हुई है वह स्पेसिफिक एरिया में हुई है. लेकिन मौजूदा तर्क इस दावे को पूरी तरह ध्वस्त करते हैं.'' दुर्गेश पाठक ने कहा, ''नीट की परीक्षा में दो तरह की धांधली हुई है. पहला पेपर लीक हुआ. बिहार में गड़बड़ियां पकड़ी गई हैं. 50-60 लाख रुपये में पेपर बेचे गए हैं. फिर गुजरात में पकड़े गए हैं. हरियाणा में हुआ है, कल ही पता चला है कि रांची में भी हुआ है. पेपर लीक का मामला लोकलाइज्ड नहीं है. ऐसा इंटर स्टेट नेटवर्क है अभी तक जहां जहां पता चला है. उनका राज ओपन हुआ है. इनका नेटवर्क बड़ा है.''


मार्किंग दूसरी बड़ी समस्या - दुर्गेश पाठक
आप नेता ने कहा, ''दूसरी बड़ी समस्या मार्किंग की थी. पेपर लीक को हटा भी दिया जाए तो जो मार्किंग में गड़बड़ियां हुई हैं. 67 लोगों की पहली रैंकिंग आई. सात बच्चे एक ही सेंटर से हैं. किसी को 718 तो किसी को 719 अंक आए. ग्रेस मार्किंग किस आधार पर दिया गया. मार्किंग की गड़बड़ियां मंत्री के बयान को ध्वस्त करता है.''


मार्किंग के सामने पेपर लीक छोटा मसला- दुर्गेश पाठक
दुर्गेश पाठक ने आगे कहा, ''लेकिन जब मार्किंग में इतनी धांधली सामने आई है तो पेपर लीक का मामला छोटा दिखता है जो कि संस्थागत धांधली है. मार्किंग और ग्रेस मार्किंग में बड़ी स्पष्टता से सामने आती है." बता दें कि दो दिन पहले केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा था कि वह इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना को स्वीकार करते हैं. उन्होंने इसके साथ ही पूरे मामले में नैतिक जिम्मेदारी लेने की भी बात कही थी. 


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