Bansuri Swaraj: गृह मंत्रालय ने बांसुरी स्वराज को दी अहम जिम्मेदारी, NDMC की बनीं सदस्य
Bansuri Swaraj News: केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा अधिसूचना जारी होने के बाद नई दिल्ली सीट से सांसद बांसुरी स्वराज ने चार जून को बतौर नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) सदस्य के रूप में शपथ लीं.
Bansuri Swaraj Latest News: नई दिल्ली लोकसभा सीट से नवनिर्वाचित सांसद बांसुरी स्वराज (Bansuri Swaraj) नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) की सदस्य बनाई गई हैं. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसके लिए जरूरी गजट नोटिफिकेशन कल जारी कर दिया था.
गृह मंत्रालय द्वारा नई जिम्मेदारी मिलने के बाद बांसुरी स्वराज ने गुरुवार को एनडीएमसी की सदस्य के तौर पर और दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार ने चेयरमैन पद के रूप में भारत के संविधान के प्रति आस्था और निष्ठा की शपथ ली.
नरेश कुमार ने एनडीएमसी के चेयरमैन पद की शपथ लेकर अतिरिक्त प्रभार ग्रहण कर लिया है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने तीन जुलाई को बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज को एनडीएमसी का सदस्य नियुक्त किया था. एनडीएमसी के नए चेयरमैन नरेश कुमार दिल्ली के मुख्य सचिव भी हैं.
Ministry of Home Affairs notifies the appointment of Lok Sabha MP Bansuri Swaraj as a member of the New Delhi Municipal Council. pic.twitter.com/nJW3ZQU4z8
— ANI (@ANI) July 4, 2024
बांसुरी स्वाराज से पहले से नई दिल्ली नगरपालिका परिषद में भूपेन्द्र सिंह भल्ला अध्यक्ष, बीजेपी नेता सतीश उपध्याय, कुलजीत चहल, विशाखा सैलानी और गिरीश सचदेवा सदस्य हैं. सतीश उपाध्याय एनडीएमसी के उपाध्यक्ष भी हैं. इसके अलावा, आम आदमी पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, दिल्ली कैंट के विधायक वीरेंद्र सिंह कादियान, अरविंद मोहन, कामराज रिजवी, डी थारा, मनीषा सक्सेना और विकास आनंद डीएमसी में सदस्य हैं.
बांसुरी स्वराज पेशे वकील हैं और लोकसभा चुनाव में नई दिल्ली सीट से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंची हैं. बांसुरी स्वराज पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज और मिजोरम के पूर्व राज्यपाल स्वराज कौशल की बेटी हैं. बांसुरी वारविक यूनिवर्सिटी और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से स्नातक हैं. राहुल गांधी की बतौर विपक्ष के नेता के रूप में दो दिन पहले लोकसभा में दिए गए उनके बयानों की न केवल निंदा की है, बल्कि माफी की भी मांग की है.
दिल्ली को 'डूबने' से बचाने के लिए एक्शन में मोड में आतिशी, जानें- PWD अफसरों से क्या कहा?