New Delhi: यूं तो हर मौसम कुछ अलग होता है लेकिन बात अगर सर्दियों की करें तो सर्दियों का मौसम अधिकतर लोगों को खूब पसंद आता है. ऐसे में दिल्ली की सर्दी जो कि पूरे देश भर में मशहूर है, दिवाली के बाद से ही यहां तापमान में गिरावट होना शुरू हो जाती है और मार्च तक कड़ाके की ठंड पड़ती रहती है. नवंबर का महीना खत्म होते होते सर्दियों के कपड़े निकलना शुरू हो जाते हैं. लोग घरों से निकलते हुए जैकेट, ब्लेजर, मफलर आदि का इस्तेमाल करने लगते हैं और जैसे-जैसे ठंड बढ़ती है, वैसे-वैसे अलग-अलग ट्रेंड के कपड़े भी मार्केट में आना शुरू हो जाते हैं. इसी कड़ी में दिल्ली के फेमस बाजारों में से एक दिल्ली के दिल कनॉट प्लेस के नजदीक जनपथ मार्केट भी सर्दियों के ट्रेंडी कपड़ों से सज चुका है.


जनपथ मार्केट में सर्दी के सस्ते और ट्रेंडी कपड़े-


इस बाजार में अलग-अलग डिजाइन और कलरफुल ब्लेजर, जैकेट, लोंग- शॉट स्वेटर, हाय नेक स्वेटर लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं. और इस बाजार की एक और खास बात यह है कि यहां पर आपको बड़े-बड़े शोरूम में मिलने वाले महँगे ब्रांडेड कपड़े भी काफी सस्ते दामों पर मिल जाएंगे. ब्लेजर जो आमतौर पर हजारों रुपए में आते हैं वह यहां पर 200 से ₹500 में आपको मिल सकते हैं. सर्दियां आते ही जहां इस बाजार में नए-नए ट्रेंड के कपड़े आ जाते हैं, तो वहीं सर्दियों के कपड़ों के लिए सेल भी शुरू हो जाती है.


मार्केट में पहुंच रहे विदेशी सैलानी-


एबीपी न्यूज़ की टीम जब इस मार्केट में पहुंची तो हमने देखा कि बड़ी संख्या में लोग खरीदारी के लिए यहां पहुंचे हैं, खासतौर पर सर्दियों के कपड़ों की खरीदारी के लिए लूट मची हुई है. लेकिन आपको यहां पर कोरोना प्रोटोकॉल का भी सख्ती से पालन करना होगा, क्योंकि जहां एंट्री गेट पर ही आपको सुरक्षाकर्मी ठोकते हुए नजर आ जाएंगे तो वहीं अंदर दुकानों पर मौजूद सेल्समैन भी आपको मास्क सही से लगाने के लिए कहेंगे. मार्केट एसोसिएशन की ओर से मनोज ने बताया कि मार्केट सर्दियों के कपड़ों के लिए पूरी तरीके से तैयार है. इस बार मार्केट में लड़कियों के लिए काफी अच्छा कलेक्शन है जिसमें लोंग शॉट, क्रॉप हाई नेक सर्दियों के ट्राउजर डेनिम और फर वाली जैकेट लाई गई है. साथ ही उन्होंने बताया कि इस मार्केट में दिल्ली से ही नहीं बल्कि कई अन्य राज्यों से और विदेशों से भी सैलानी खरीदारी के लिए आते हैं लेकिन इस बार विदेशी सैलानियों की संख्या बेहद कम है. कुछ ही विदेशी सैलानी हैं जो मार्केट तक पहुंच रहे हैं.