Delhi News: नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) क्षेत्र के 17 इलाकों में बने धोबी घाट जल्द ही आधुनिक रूप में नजर आएंगे. इन सभी धोबी घाटों के लिए एनडीएमसी योजना बना रहा है जिससे सभी घाट सुधर सकेंगे. एनडीएमसी ने कहा कि इन घाटों पर आधुनिक संसाधन उपलब्ध कराकर काम आसान करना होगा. जल्द ही घाटों का स्मार्ट बनाने का काम होगा. एनडीएमसी की प्रस्ताव परिषद की पिछली बैठक में सदस्य कुलजीत सिंह चहल ने यह प्रस्ताव दिया था.


केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी की अगुवाई में हुई  बैठक में धोबी घाटों के आधुनिकीकरण के प्रस्ताव पर सभी सदस्यों ने सहमति दी. एनडीएमसी के सदस्य कुलजीत सिंह चहल ने बताया कि फिलहाल हर व्यवसाय में आधुनिक मशीनें आ रही है. ऐसें में अगर आप आधुनिक मशीनों का उपयोग नहीं करते हैं तो  प्रतिस्पर्धा में पीछे रह जाएंगे..  इसका उदाहरहण आप एनडीएमसी में काम करने वाले धोबियों का देख सकते हैं. 


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NDMC के 252 धोबी घाटों पर 400 से अधिक धोबी करते हैं काम


एनडीएमसी के इस प्रस्ताव में कपड़े धोने के पारंपरिक तरीकों को मशीनीकृत हैवी ड्यूटी और ड्राई क्लीनिंग मशीनों से बदलने की बात की गई है. प्रत्येक स्थान पर ऐसी मशीनों लगाई जाएंगी जिनका उपयोग प्रत्येक धोबी के समय स्लॉट के साथ किया जाएगा. इन मशीनों को एक सामान्य बिजली कनेक्शन के माध्यम से संचालित करने का प्रयास किया जाएगा और कपड़े धोने के बाद पानी के रीसाइक्लिंग की व्यवस्था की जाएगी. एनडीएमसी के 17 इलाकों में स्थित 252 धोबी घाटों पर 400 से अधिक लाइसेंसकृत धोबी काम करते हैं. इन धोबियों का अजीविका इस व्यवसाय के जरिये चला रहे है.