Delhi News: नई दिल्ली क्षेत्र को प्रदूषण और धूल मुक्त बनाने और पहले से ज्यादा बेहतर बनाने के लिए दिल्ली नगरपलिका परिषद अपने प्रमुख क्षेत्रों जैसे कनॉट प्लेस, हनुमान मंदिर वाटिका, बाबा खड़क सिंह मार्ग और एम्पोरिया बिल्डिंग एरिया में मैकेनिकल स्वीपिंग की व्यवस्था शुरू करने वाली है.
एयरपोर्ट की तर्ज पर होगी सड़क की सफाई
दरअसल सड़कों को एयरपोर्ट हाउस कीपिंग की तर्ज पर मैनुअल प्रक्रिया की जगह मैकेनिकल प्रक्रिया से साफ किया जाएगा, फिलहाल कनॉट प्लेस फुटपाथ क्षेत्र में पार्किंग क्षेत्र, गलियारों, बरामदों और प्रांगणों में व्यापक कार्य स्वास्थ्य विभाग मैन्युअल तरीके से करती है.
इसे भी पढ़ें:
Delhi News: डेंगू, चिकनगुनिया के बाद दिल्ली में अब मलेरिया से दहशत, फरवरी में पहला मामला आया
जानें कहां से होगी शुरुआत?
इस स्वीपिंग की शुरुआत में पहले चरण में कनॉट प्लेस के 14 ब्लॉक और 7 रेडियल सड़कों को कवर किया जाएगा, क्योंकि यह देश की राजधानी दिल्ली के मध्य में स्थित एक सबसे बड़ा और प्रमुख बाजार ही नहीं एक प्रमुख व्यापार-वाणिज्य का केंद्र भी है, जहां रोजाना एक लाख से ज्यादा आगंतुक व्यापारी, वाणिज्यिक और व्यावसायिक गतिविधियों के लिया आते हैं. इसके बाद दूसरे चरण में इस व्यवस्था को हनुमान मंदिर वाटिका और बाबा खड़क सिंह, एम्पोरिया बिल्डिंग क्षेत्रों के लिए लागू किया जाएगा.
दो शिफ्ट में होगी सफाई
एनडीएमसी के मुताबिक इस सफाई, धुलाई, स्क्रबिंग और रखरखाव के काम को दो अवधियों में बांटा किया जाएगा, पहली अवधि में दुकानें बंद होने के बाद रात्रि 11 बजे से साफ-सफाई के काम को शुरू किया जायेगा और दूसरी अवधि में दिन के समय साफ-सफाई का कार्य किया जायेगा. वहीं विशेष मशीनों जैसे ट्रक पर लगे मैकेनिकल रोड स्वीपर, राइड के जरिए स्वीपिंग का काम, स्वीपर के पीछे वॉक के जरिए स्वीपिंग का काम, स्क्रबिंग मशीन के पीछे वॉक के जरिये सफाई का काम, कूड़ा चुगने वाली मशीने चौबीसों घंटे काम करेगी.
इस मामले में एनडीएमसी के उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने बताया कि एनडीएमसी का मकसद आगामी स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में 7 स्टार रैंकिंग हासिल करना है. यह पहल न केवल 100% बेहतर स्वीपिंग प्रदान करने में मदद करती है बल्कि ऑटोमेशन श्रमिकों की दक्षता बढ़ाने और मैनपावर को कम करने में मदद करेगी.
इसे भी पढ़ें: