New Delhi World Book Fair: नेशनल बुक ट्रस्ट ने गुरुवार को घोषणा की कि 30 से अधिक देशों के करीब 1,000 प्रकाशकों और प्रदर्शकों की भागीदारी के साथ नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला (NDWBF) तीन साल के अंतराल के बाद पूरी तरह से वास्तविक रूप में लौट रहा है. इस वर्ष के पुस्तक मेला महोत्सव का उद्घाटन 25 फरवरी को शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनिन और एनबीटी के अध्यक्ष गोविंद प्रसाद शर्मा सहित अन्य लोग करेंगे.
उत्सव का आखिरी वास्तविक आयोजन जनवरी 2020 में हुआ था और उसके बाद महामारी ने पुस्तक पर्व को ऑनलाइन होने के लिए बाध्य कर दिया.'आजादी का अमृत महोत्सव' की थीम पर आधारित यह पुस्तक मेला नोबेल पुरस्कार विजेता एनी एर्नॉक्स सहित 16 फ्रांसीसी लेखकों और 60 से अधिक प्रकाशकों, साहित्यिक एजेंटों और सांस्कृतिक प्रतिनिधियों की भागीदारी के साथ फ्रांस की अतिथि देश के रूप में मेजबानी करेगा.
फ्रांस के लोग ले रहे भारतीय साहित्य में सर्वाधिक रुचि
फ्रांसीसी दूतावास के सांस्कृतिक परामर्शदाता इमैनुएल लेब्रन-डेमियंस ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आज हम देख रहे हैं कि फ्रांसीसी लोग भारतीय साहित्य में अधिक से अधिक रुचि रखते हैं. फ्रांस और भारत साहित्य के दो बड़े देश हैं. हमारे पास फ्रांस से दर्जनों लोग आ रहे हैं. लेखकों के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व एनी एर्नॉक्स कर रही हैं, जो हमारे नवीनतम नोबेल पुरस्कार विजेता हैं. 16 पुरस्कार विजेताओं के साथ, फ्रांस वह देश है जिसने दुनिया में सबसे अधिक संख्या में साहित्य का नोबेल पुरस्कार प्राप्त किया है. उन्होंने आगे कहा कि अन्य लेखकों में नारीवादी लेखिका केमिली लॉरेन्स, बच्चों की लेखिका सूसी मोर्गेंस्टन और ग्राफिक उपन्यासकार साइमन लैमौरेट शामिल होंगे.
आयोजित होंगी कई साहित्यिक और सांस्कृतिक गतिविधियां
एनबीटी के निदेशक युवराज मलिक ने थीम पवेलियन के बारे में बात करते हुए कहा कि पुस्तक मेले में आजादी के 75 साल पूरे होने पर कई साहित्यिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा. मलिक ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों और राष्ट्रीय आंदोलन पर 750 से अधिक शीर्षक सभी प्रमुख भारतीय भाषाओं और अंग्रेजी में प्रदर्शित किए जाएंगे. इस अवसर को चिह्नित करने के लिए पुस्तक और फोटो प्रदर्शनी, पैनल चर्चा, पुस्तक विमोचन, सांस्कृतिक कार्यक्रम और कार्यशालाएं भी आयोजित की जाएंगी.
.एनबीटी जारी करेगा विशेष डाक टिकट
एनडीडब्ल्यूबीएफ एक अलग पवेलियन में जी 20 देशों के प्रतिभागियों की मेजबानी करेगा. नौ दिवसीय साहित्यिक कार्यक्रम में ओपन माइक, सेना और पुलिस बैंड का प्रदर्शन, टॉक शो और लोक प्रदर्शन जैसे 50 से अधिक सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल होंगे. बच्चों में पढ़ने की आदत डालने के लिए बच्चों के पवेलियन में स्किट, नाटक, नुक्कड़ नाटक, संगीतमय प्रस्तुति, कहानी सुनाने के सत्र, कार्यशाला और पैनल चर्चा जैसी कई गतिविधियां, आयोजित की जाएंगी. मलिक ने कहा कि अश्विन सांघी, विक्रम संपत, प्रीति शेनॉय और आनंद नीलकांतन सहित प्रसिद्ध लेखक मेले में संवाद, पैनल चर्चा और पुस्तक विमोचन में भाग लेंगे.राष्ट्रीय पुस्तक न्यास भी पुस्तक मेले के 50 वर्ष पूरे होने के अवसर पर एक विशेष डाक टिकट जारी कर इसे चिन्हित करेगा. मेले का टिकट बच्चों के लिए 10 रुपये और वयस्कों के लिए 20 रुपये रखा गया है, जबकि स्कूली बच्चों, दिव्यांगों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए प्रवेश निःशुल्क है.
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