Delhi News: साउथ वेस्ट दिल्ली के मुनिरका (Munirka) में रविवार को सुबह एक घर में मां और दो मासूम बच्चों के शव बंद कमरे में मिले थे. वारदात की जानकारी मिलने बाद से इलाके के लोग सन्न रह गए. पड़ोसी और जांच जुटे पुलिसकर्मी प्रारंभिक जांच में इसे सुसाइड केस मानकर चल रहे थे, लेकिन इस मामले में अब नया मोड़ आ गया है. मृतका के परिजनों के आरोपों के बाद से दिल्ली पुलिस के अधिकारी भी भौचक्के हैं. उन्हें यह समझ नहीं आ रहा कि एनसीबी में काम करने वाला व्यक्ति इस तरह की वारदार को अंजाम कैसे दे सकता है.
दरअसल, मां और उसके दो मासूम की हत्या मामले में पीड़ित परिवार ने मृत महिला के पति यानी अपने दामाद व नॉरकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो डिपार्टमेंट में कांस्टेबल पद पर कार्यरत जगेन्द्र शर्मा उर्फ लवकुश सनसनीखेज आरोप लगाए हैं. मृतका के मायके वालों का आरोप है कि जगेंद्र शमा्र अपनी मृत पत्नी को दवाई बोलकर नशीला पदार्थ देकर उसपर जादू टोना करता था. इसकी शिकायत बेटी ने मरने से पहले उन्हें की थी, पर उन्होंने इसे गंभीरता से नही लिया. अगर लेते तो वो और उनके बच्चे आज जिंदा होते.
महिला ने अपने बच्चों की हत्या कर की खुदकुशी
वारदात के दिन अधिकारी ने कहा था, ‘‘सुबह करीब 10 बजकर 30 मिनट पर उन्हें इस वारदात की सूचना मिली कि मुनिरका गांव स्थित एक घर में एक महिला ने आत्महत्या कर ली है. किशनगढ़ पुलिस थाने की एक टीम मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़कर घर के अंदर घुसी.’’ पुलिस ने बताया कि घर में महिला और उसके दो बच्चों के शव मिले तथा उनकी कलाइयों पर किसी तेजधार हथियार से चोट के निशान थे. मौके ए वारदात पर दिल्ली पुलिस समेत अन्य जांच टीम के द्वारा साक्ष्य इकट्ठा करने आए बाद सभी डेडबॉडी को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया. साउथ वेस्ट जिले के पुलिस अधिकारी ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा था कि पहली नजर में महिला ने अपने बच्चों की हत्या करने के बाद जान दे दी. पता चला कि उसने 2017 में एनसीबी में काम करने वाले एक कॉन्सटेबल से शादी की थी. हमने उप मंडल मजिस्ट्रेट को जांच के लिए सूचित कर दिया है. पुलिस द्वारा मृतकों की पहचान वर्षा शर्मा और उनके चार एवं ढाई साल के दो बच्चों के रूप में की गई थी.
लंबे अरसे से कर रहा था टॉर्चर
दिल्ली में एक महिला और 2 माशूम बच्चे का शव बंद कमरे में एक साथ मिलने पर लोगों को झकझोर कर रख दिया. वारदात के दिन मृत महिला के ससुराल पक्ष और पति द्वारा मृत महिला द्वारा अपने दोनों बच्चें की हत्या और खुद खुदकुशी करने की बात कह रही थी, लेकिन मायके वालों के बयान ने तो पुलिस को भी एक बार सोचने पर मजबूर कर दिया है. मृत महिला के पिता हेमंत कुमार शर्मा ने बताया कि उनकी बेटी की शादी 2017 में हुई थी और शादी के बाद ससुराल पहुंचने के कुछ घंटों के बाद से ही दहेज को लेकर ताना कसना सुरु कर दिया गया था. ससुराल वाले अक्सर दहेज को लेकर परेशान कर रहे थे.
वारदात के एक दिन पहले बेटी वर्षा ने तो फोन कर बताया कि लवकुश छह अक्टूबर को उसकी और उसके दोनों बच्चों की हत्या कर देगा, जिसे सुन वे सभी परेशान हो गए थे. उन्होंने लवकुश से बात की. उसने मृत महिला के परिवार वालों को आश्वासन दिया था कि ऐसा कुछ नहीं होगा. सात अक्टूबर की रात वर्षा ने अपनी मां से फोन पर बात कर बोला था कि मुझे सुबह सात बजे फोन कर उठा देना, लेकिन अगली सुबह बस फोन करते, उससे पहले बेटी की मौत की खबर आ गई. लवकुश ने मेरे छोटे बेटे को फोन कर बताया कि सब कुछ बर्बाद हो गया है.
बेटी की पीठ के नीचे से बह रहा था खून
पीड़ित परिवार ने आगे कहा कि वारदात के बाद ससुराल पक्ष से जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंच कर देखा तो फर्श पर वर्षा मृत अवस्था में पड़ी थी. उसके दोनों बच्चे जिनके हाथों की नसे कटी हुई थी और खून फर्श पर और मेरी बेटी वर्षा की पीठ के नीचे से बह रहा था. आश्चर्य की बात वहां आसपास कोई सामान नहीं बिखड़ा पड़ा था. जिस तरह से उनकी बेटी और उसके बच्चों की मौत हुई है, वह लवकुश और उसके परिवार वालों की ओर इशारा कर रहा है. परिवार वालों ने बताया कि जिस तरह वर्षा के हाथ पर कट का निशान है, उसके बारे में पुलिस को जरूर कई एंगल से जांच करनी चाहिए. क्या वर्षा ने खुद ही अपनी नश काटी थी? अगर वर्षा ने अपने हाथ की नस पहले काटी तो उसने किस तरह से अपने दोनों बच्चों की नस काटी थी और दोनों बच्चों को कैसे अपने हाथ पर कैसे लिटाया होगा? वर्षा और बच्चों के चिल्लाने की आवाज भी किसी ने नहीं सुनी? ऐसा भी नहीं है कि बच्चों का मुंह कपड़े आदि से बंद कर दिया था?
मृत महिला के परिजनों को शक है कि तीनों को कोई नशीला पदार्थ देकर बेहोश किया होगा और उसके बाद तीनों की हाथ की नस काटकर आत्महत्या और हत्या का रूप देने की कोशिश की जा रही है. अगर वर्षा ने ऐसा किया है तो वर्षा के हाथ पर सीधे तौर पर बच्चे कैसे लेटे हुए मिल सकते थे. वर्षा भी नस काटने के बाद तड़पी होगी.
दामाद नशीला पदार्थ खिला करता था तंत्र
पीड़ित परिवार ने आगे बताया कि लवकुश की जब पोस्टिंग चैन्नई से दिल्ली में हो गई, उसके बाद बेटी को मुरादाबाद से दिल्ली लवकुश ले आया था. बेटी बताती थी कि लवकुश उसको बाहर से कोई दवाई लाकर खिलाता है, जिसको खाने के बाद वह होश खो देती है. जिसके बाद लवकुश उसपर तंत्र विद्या करता है. अपने दामाद लवकुश से बात करने पर वह हमेशा अनसुना कर दिया करता था. उसका कहना होता था कि वर्षा पर ऊपरी चक्कर होने के कारण ही हवन करवाता है. इसलिए वह ऊपरी चीज की वजह से परेशान हो जाती है. आप चिंता न करो. मैं सब संभाल लूंगा. जब वह घर आई उसने बताया था कि रोज लवकुश उसे नशीला पदार्थ देता था.
मृतका के परिजनों का दिल्ली पुलिस से सवाल
परिवार वालों का दिल्ली पुलिस से कई सवालों के जवाब चाहिए. बेटी को हर रोज नशीला पदार्थ देकर लवकुश उसके साथ क्या करना चाहता था? लवकुश नशीला पदार्थ रोज इतनी आसानी से लाता कहां से लाता था? उनको शक है कि लवकुश नशीला पदार्थ ऑफिस से लाता था, क्योंकि वह नॉरकोटिक्स सेल में ही काम करता है. उसका और उसके विभाग का काम ही नशीला पदार्थ तलाशना होता था. लवकुश ने कहा था कि वर्षा का उपचार चल रहा है, उसको भेज दो. हमने भरोसा कर भेज भी दिया था, जो हमारी सबसे बड़ी गलती थी.