No Mid day Meal at Delhi School: कोरोना के खतरे के बीच दिल्ली में बच्चों के लिए प्राइमरी स्कूल खुलने और बंद होने के बीच रह रहे हैं. दिल्ली में लंबे समय से कोरोना के कारण यह सिलसिला जारी है. अब दिल्ली के स्कूलों से लेकर एक और बात साफ हो गई है. दरअसल, दिल्ली के स्कूलों में अभी मिड डे मील बच्चों के बीच नहीं परोसा जाएगा. हालांकि पिछले महीने शिक्षा मंत्रालय ने स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर यह सलाह दी थी कि कोविड-19 के प्रोटोकॉल और सामजिक दूरी का पालन करके स्कूलों में बच्चों को गर्म पका हुआ मिड डे मील देना फिर से शुरू किया जाए.


कर्नाटक और उत्तराखंड में शुरू हुआ मिड डे मील
इंडियन एक्सप्रेस के खबर के अनुसार जिन राज्यों में मिड डे मील दोबारा शुरू की गई उनमें कर्नाटक और उत्तराखंड शामिल हैं. वहीं दिल्ली सरकार ने मिड डे मील के स्थान पर बच्चों को सूखे राशन का वितरण करना शुरू किया था. दिल्ली में पांचवीं कक्षा तक के बच्चों के लिए प्रति दिन 145 ग्राम और छठी से आठवीं कक्षा के लिए प्रति दिन 217 ग्राम सूखा राशन पिछले साल दिसंबर से दिया जा रहा था.


अभी भी सूखा राशन बांटना जारी रखेंगे
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि  “हम फिलहाल सूखा राशन बांटने पर कायम रहेंगे. यहां तक ​​​​कि जब स्कूल खुले होते हैं, तब भी केवल 50% बच्चों को कोविड प्रोटोकॉल बनाए रखने के लिए एक दिन में आने की अनुमति होती है. स्कूलों में पका हुआ भोजन फिर से शुरू करने से यह चुनौती बनती है कि उस दिन स्कूल नहीं आने वाले छात्रों को कैसे पूरा किया जाए. राशन वितरण और पका हुआ भोजन, दोनों का जुगाड़ करना संभव नहीं लगता. राशन वितरण अभी और अधिक बच्चों तक पहुंच सकता है.


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