4G Smart Electricity Meter: बदलते दौर में एक ओर जहां फोन से लेकर कंप्यूटर और टीवी स्मार्ट हो गए हैं वहीं अब बिजली के इस्तेमाल का ब्योरा रखने वाले मीटर को भी स्मार्ट बनाया जा रहा है. जिससे बिजली कि चोरी और गलत बिल की समस्या को रोका जा सके. इसी के तहत अब दिल्ली (Delhi) से सटे नोएडा (Noida) में दिवाली के बाद 4जी स्मार्ट मीटर लगाने का प्लान है. इन स्मार्ट मीटर के जरिए बिजली कि चोरी रुक सकेगी.
साथ ही लोग खुद से अपना इस्तेमाल किया हुआ बिजली यूनिट और लोड देख पाएंगे. स्मार्ट मीटर को जल्द लगाने के लिए बिजली निगम के मीटर विभाग ने प्रस्ताव तैयार करके मेरठ मुख्यालय को भेज दिया. ऐसी उम्मीद भी जताई जा रही है कि दिवाली से पहले इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाएगी और लाखों लोगों के घर ये स्मार्ट 4जी मीटर लगाए जा सकेंगे.
लाखों लोगों के घर लगेंगे मीटर
यह पहली दफा नहीं जब मीटर को बदलने का प्रस्ताव दिया गया है. दरअसल इससे पहले बिजली निगम ने एक प्रस्ताव तैयार करके मेरठ मुख्यालय भेजा था. बाद में इसको लेकर परीक्षण भी हुआ जो सफल रहा. उस दौरान 2जी मीटर लगाने का प्रस्ताव रखा गया था जिसे मंजूरी मिल भी गई थी, लेकिन एक ओर जहां आज का दौर 5जी का हो गया है. इस दौर में 2जी मीटर की तकनीक को ज्यादा नहीं सराहा गया और फिर इसे बदलने का फैसला किया गया. इसके बाद बिजली निगम ने 4जी का प्रस्ताव बनाया और अब इसे भी मंजूरी मिल गई. अब लंबे समय से चल रहे इंतजार के बाद लगभग 3.50 लाख उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे.
नोएडा में लगने वाले स्मार्ट मीटर को लेकर बिजली निगम के मीटर विभाग के अधीशासी अभियंता प्रथम गौरव कुमार बताते हैं कि अब समय बदल गया है. ऐसे में जहां पहले बिजली विभाग ने 2जी मीटर का प्रस्ताव बनाया था. वो काफी पुराना हो जाता इसलिए अब 4जी मीटर लगाए जाएंगे. उन्होंने बताया 4जी तकनीक के मीटर का प्रस्ताव मुख्यालय भेजा गया है. इसे जैसे ही मंजूरी मिलेगी उसके बाद मीटर लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी.
कैसा होगा 4जी स्मार्ट मीटर?
4जी तकनीक के तहत लगने वाले ये मीटर स्मार्ट होंगे, यहां इन मीटर में ट्रैकिंग डिवाइस होगा. ये मीटर जीपीएस की तरह काम करेंगे. सबसे अहम बाद हर मीटर का अपना एक कोड होगा. इसका फायदा बिजली नियम को होगा. साथ ही उपभोक्ताओं को भी होगा क्योंकि उन्हे गलत रीडिंग करके बिल नहीं भेजा जाएगा. वहीं बिजली विभाग भी उपभोक्ता के इस्तेमाल पर नजर रख सकेंगे, जिससे बिजली चोरी या मीटर में छेड़छाड़ करके बिल छिपाने जैसी परेशानियां खत्म हो सकेंगी.