Noida News: नोएडा के एक नामी स्कूल में एक तीन साल की बच्ची का हाउसकीपिंग स्टाफ ने यौन उत्पीड़न (Sexual Assault) किया. उसका एक बार नहीं बल्कि दो-दो बार उत्पीड़न हुआ और दोनों पर एक ही व्यक्ति ने किया. पीड़िता की मां ने स्कूल के प्रबंधन पर सवाल उठाया है. बताया जा रहा है कि बच्ची को स्कूल स्टाफ मेडिकल रूम ले गया और उसका यौन उत्पीड़न किया. जब बच्ची रोने लगी तो उसके रोने की आवाज सुनकर एक अन्य महिला स्टाफ दौड़ती हुई. महिला स्टाफ को आता देख वह खिड़की से भाग गया.
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक बच्ची की मां का दावा है कि बच्ची को क्लास टीचर क्लास ले गई. लेकिन जब स्कूल टीचर से इस बारे में पूछ गया तो उसने कहा कि लगता है कि बच्ची ऑनलाइन अनुचित वीडियो देखकर डर गई है. महिला ने कहा कि उनकी बच्ची ने 7 अक्टूबर को स्कूल जाने से इनकार कर दिया और कहा कि उसके प्राइवेट पार्ट में दर्द हो रहा है. जब हम उसे डॉक्टर के पास ले गए तो उन्होंने हमें इन्फेक्शन की जांच के लिए टेस्ट कराने कहा. अगले दिन डॉक्टर ने बताया कि इसे कोई इन्फेक्शन नहीं है बल्कि इसका यौन उत्पीड़न हुआ है.
इस मामले में सेक्टर 20 में एफआईआर दर्ज कराई गई है. चाइल्ड वेल्फेयर कमिटी ने बच्ची का बयान दर्ज कर लिया है और बच्ची ने आरोपी की पहचान कर ली. 10 अक्टूबर को आरोपी को निठारी गांव से गिरफ्तार कर लिया गया. उधर, स्कूल की प्रिंसिपल का कहना है कि हमें इस घटना के बारे में तब पता चला जब पुलिस ने 9 अक्टूबर को हमारे स्कूल आई है. बच्ची के माता-पिता ने हमें घटना के बारे में कुछ नहीं बताया था.
बच्ची का बार-बार करता रहा उत्पीड़न, स्कूल रहा अनजान
उधर, काउंसलिंग के बाद बच्ची ने माता-पिता को बताया कि जो भैया स्कूल में खाना सर्व करते हैं. उन्होंने 4 अक्टूबर को छड़ी से उसके प्राइवेट पार्ट पर मारा था. बच्ची ने बताया कि दूसरी बार भी उसने ऐसा ही किया. कुछ दिन पहले भी उस व्यक्ति ने बच्ची का उत्पीड़न किया था जब वह स्कूल के प्लेग्राउंड में स्लाइड पर थी.
स्कूल टीचर ने घटना को छुपाने की कोशिश की, पीड़ित परिवार का आरोप
बच्ची ने कहा कि जब उसने इसकी जानकारी स्कूल टीचर को दी तो उसने कहा कि घर पर मत बताना. महिला ने बताया, '' मैंने 8 अक्टूबर को स्कूल टीचर को कॉल किया और दोनों घटनाओं के बारे में पूछा. टीचर घटना को छुपाने की कोशिश कर रही थी और कहा कि बच्ची ने ऑनलाइन कुछ देख लिया होगा इसलिए डर गई है. मैं हैरान रह गई और मैंने बताया कि वीडियो देखने से मेरी बच्ची को दर्द नहीं हो सकता.''
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