Noida News: नोएडा प्राधिकरण में अधिकारियों के रसूख के आगे उत्तर प्रदेश शासन के बनाये गये नियमों की कैसे अवेहलना करते हुए उन्हें दरकिनार किया जा रहा है इसका उदाहरण प्राधिकरण में दूसरे विभाग से डेपुटेशन पर आये राजेश कुमार का है. दरअसल राजेश कुमार उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन (uppcl)विभाग से डेपुटेशन पर नोएडा प्राधिकरण में विद्युत यांत्रिक (E/M)में वरिष्ठ प्रबंधन के पद पर तीन वर्ष के लिए आये हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश शासन के नियम के मुताबिक अगर इस बीच किसी अधिकारी का पदोन्नति (प्रमोशन) होता है तो उस अधिकारी को वापस उसी विभाग में जाना होता है, लेकिन प्राधिकरण में बैठे अधिकारी प्रमोशन होने के बाद भी शासन के सभी नियमों को ताक पर रखकर कुर्सी पर जमे बैठे हैं.


यह कोई पहला मामला नहीं है जब शासन के नियमों को ताक पर रखकर प्राधिकरण के अधिकारी अपनी सत्ता की हनक दिखाते हैं. बता दें शासन द्वारा साफ-साफ पत्र में लिखा हुआ है कि अगर डेपुटेशन पर नोएडा प्राधिकरण में अधिकारी आता है और उस कार्यकाल के दौरान उस अधिकारी का प्रमोशन हो जाता है, तो उसको वापस उसी विभाग में जाना होता है जिस विभाग से उसको भेजा गया है.


बता दें कि राजेश कुमार यूपीपीसीएल विभाग से डेपुटेशन पर 3 वर्ष के कार्यकाल के लिए नोएडा प्राधिकरण में तैनात वरिष्ठ प्रबंधक के पद पर तैनात हुए हैं, लेकिन वे प्राधिकरण में नियमों को ताक पर रखकर अपने मनमाने तरीके से जमे हुए हैं.


उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (uppcl) विभाग से राजेश कुमार अधिशासी अभियंता का नोएडा प्राधिकरण में ट्रांसफर किया गया था. फिलहाल वे नोएडा प्राधिकरण में वरिष्ठ प्रबंधक के पद पर तैनात हैं. शासन के नियम के मुताबिक डेपुटेशन पर आए अधिकारी का प्रमोशन होने पर वापस उसी विभाग में जाने का है जबकि आरोप है कि राजेश कुमार नियमों की अनदेखी कर रहे हैं. 


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