Digital House Arrest Noida: यूपी के नोएडा में 40 वर्षीय महिला डॉक्टर बड़े साइबर धोखाधड़ी का शिकार हो गई. लगभग दो दिनों में तक डिजिटल हाउस अरेस्ट रखने के बाद साइबर ठगों ने महिला डॉक्टर से 60 लाख रुपये हड़प लिए. नोएडा पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने खुद को भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) का अधिकारी बताकर फर्जी गिरफ्तारी वारंट की धमकी देकर महिला डॉक्टर को पैसा ट्रांसफर करने के लिए मजबूर किया. 


साइबर फ्रॉड की शिकार और सेक्टर 77 निवासी डॉ. पूजा गोयल ने पुलिस को बताया कि 13 जुलाई को ट्राई अधिकारी होने का दावा करने वाले व्यक्तियों से एक कॉल आया. कॉल करने वाले ने आरोप लगाया कि उनके नाम पर पंजीकृत एक अन्य फोन नंबर का इस्तेमाल अवैध अश्लील वीडियो खरीदने के लिए किया गया था. नोएडा पुलिस के अनुसार पीड़िता को ठगों ने चेतावनी दी कि अगर आपने सभी फंड ट्रांसफर नहीं किए तो तत्काल आपके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया जाएगा. 






ठगों ने गिरफ्तारी की दी थी धमकी


इस मामले में नोएडा साइबर क्राइम के सहायक पुलिस आयुक्त विवेक रंजन राय ने कहा कि महिला को तिलक नगर पुलिस स्टेशन मुंबई से जोड़ा गया था, जहां उसे उसके नाम से जुड़े अवैध अश्लील वीडियो के पोस्ट करने से संबंधित एफआईआर और गिरफ्तारी वारंट के बारे में गलत जानकारी दी गई. उन्होंने कहा कि घोटालेबाजों ने उसे मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच में फंसाने की धमकी देकर मुझे दबाव में ले लिया. 


कॉल करने वालों ने उसे एक वीडियो कॉल में शामिल होने का निर्देश दिया, जिसके दौरान उन्होंने उसे 'डिजिटल गिरफ्तारी' के तहत रखने के लिए कई तरह की धमकियां दीं. एसीपी राय ने कहा कि उन्होंने उसे और उसके परिवार को संभावित नुकसान पहुंचाने की भी धमकी दी, जिसमें उसकी बेटी का अपहरण भी शामिल है. साइबर ठगों के झांसे में आने के बाद डॉक्टर ने उनकी मांगों पर अमल किया. 15 जुलाई से 16 जुलाई के बीच अपने बैंक खाते से 59,54,000 रुपये धोखेबाजों के खाते में ट्रांसफर कर दिए.


जबरन वसूली और धोखाधड़ी में केस दर्ज 


अब महिला डॉक्टर की ओर से शिकायत मिलने के बाद नोएडा सेक्टर 36 स्थित साइबर क्राइम थाने में सोमवार को एफआईआर दर्ज की गई. पुलिस ने बताया कि अज्ञात संदिग्धों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 308 (2) जबरन वसूली, 319 (2) प्रतिरूपण, 318 (4) धोखाधड़ी और आईटी एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस इस मामले की जांच जुटी है. 


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