NCRTC: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) को शनिवार को देश के पहले क्षेत्रीय रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) परियोजना का पहला ट्रेनसेट गुजरात के सावली में एल्सटॉम के संयंत्र में मिला. पहली पूरी तरह से फिट ट्रेन सोमवार को सड़क मार्ग से पहुंचाई जाएगी और अगले कुछ दिनों में गाजियाबाद के दुहाई डिपो पहुंच जाएगी.


मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कही ये बात


इस ट्रेनसेट को हैदराबाद में डिजाइन किया गया था और स्वदेशी रूप से सावली में निर्मित किया गया था. केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री (MoHUA) हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि ये वाहनों के यातायात के साथ-साथ पर्यावरण प्रदूषण को भी कम करेगा. "180 किमी प्रति घंटे की डिजाइन गति के साथ, यह नए युग की पारगमन प्रणाली पूरे क्षेत्र में तेजी से शहरीकरण और बहुकेंद्रित विकास के प्रबंधन में मदद करेगी."


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मेक इन इंडिया की पहल


मनोज जोशी (सचिव, एमओएचयूए) ने कहा कि किराया संरचना पर अभी भी काम किया जा रहा है. यात्रियों के साथ-साथ राजस्व के इष्टतम स्तर को सुनिश्चित करने के लिए सर्वेक्षण किया जा रहा है. जल्द ही दिल्ली का विस्तार उत्तर प्रदेश के मेरठ और हरियाणा के धारूहेड़ा तक होगा. सावली में एल्सटॉम की निर्माण सुविधा 'मेक इन इंडिया' पहल के तहत पहले कॉरिडोर के लिए कुल 210 कारों की आपूर्ति करेगी.


दिसंबर से यहां ट्रायल


डिलीवरी शेड्यूल से पहले नौ महीने से भी कम समय में पहले कुछ कोच बनाए गए हैं. मेरठ मेट्रो के लिए कई कार ट्रेनों सहित विभिन्न क्षमताओं के कुल 40 ट्रेनसेट वितरित होंगे. संपूर्ण रैपिड ट्रांजिट सिस्टम के लिए सभी उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों का 83 फीसदी से अधिक भारत में पहली बार बनाया गया है.


एनसीआरटीसी के अधिकारियों ने कहा कि दिसंबर से गाजियाबाद में ट्रायल रन शुरू होने की संभावना है इसलिए हाई-स्पीड ट्रेनें बहुत जल्द काम करती दिखेंगी. छह डिब्बों वाली प्रत्येक ट्रेन का लगभग छह महीने तक कठोर परीक्षण किया जाएगा और उसके बाद गाजियाबाद में 17 किलोमीटर के प्राथमिकता वाले खंड के लिए परीक्षण शुरू होंगे.


ये होगा पहला आरआरटीएस मार्ग


17 किमी प्राथमिकता वाला खंड (साहिबाबाद से दुहाई) देश का पहला आरआरटीएस मार्ग होगा, जिसके द्वारा यात्री परिचालन शुरू होने की संभावना है. आरआरटीएस ट्रेनों में 60 सीटों वाले प्रीमियम कोच होंगे जबकि मानक डिब्बों में 70 सीटें होंगी. छह कोच वाली आरआरटीएस ट्रेन 1,750 यात्रियों को ले जा सकेगी. वातानुकूलित आरआरटीएस ट्रेनों में महिला यात्रियों के लिए आरक्षित एक कोच के साथ मानक के साथ-साथ प्रीमियम वर्ग (प्रति ट्रेन एक कोच) होगा.


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