Delhi NCR News: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का काम तेजी से चल रहा है और इसका 52 फीसदी काम पूरा हो चुका है. इस एयरपोर्ट पर हवाई यात्रियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर का यात्रा अनुभव देने के हर सम्भव प्रयास किये जा रहे हैं. ध्वनि प्रदूषण को कम करने के लिए क्रॉस रन-वे न बना कर समानान्तर रन-वे बनाया जा रहा है. वहीं यात्रियों के लिए विश्वस्तरीय सुविधा के साथ नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को कार्गो का मुख्य केंद्र बनाने की योजना है. जिसके लिए अभी से ही तैयारियां की जा रही हैं.
इसकी संभावनाओं की तलाश में अपर मुख्य सचिव नागरिक उड्डयन और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि (नियाल) के सीईओ डा. अरुणवीर सिंह ने बेल्जियम के लीस एयरपोर्ट, एम्स्टर्डम के शिफोल एयरपोर्ट और स्विटजरलैंड के ज्यूरिख एयरपोर्ट का निरीक्षण कर वहां विकसित की जा रही यात्री सुविधाओं की जानकारी ली. ज्यूरिख गए दोनों अधिकारियों ने बोर्ड की बैठक के बाद बेल्जियम के लीस एयरपोर्ट, एम्स्टर्डम के शिफोल एयरपोर्ट और स्विटजरलैंड के ज्यूरिख एयरपोर्ट का निरीक्षण किया. उन्होंने इन एयरपोर्ट पर यात्रियों के सामान के निस्तारण की प्रक्रिया, उसके लिए अपनाई जा रही तकनीक, पार्किंग, वे एरिया आदि का निरीक्षण किया.
कार्गो एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित करने की योजना
नियाल सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि यात्री एयरपोर्ट के साथ नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को कार्गो का भी मुख्य केंद्र बनाने की योजना है. बेल्जियम का लीस एयरपोर्ट पूरी तरह से कार्गो एयरपोर्ट है. वहां कार्गो के लिए विकसित किए गए इन्फ्रास्ट्रचर को देखा गया. इसकी खूबियों को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर अपनाया जाएगा.
वैश्विक स्तर की सुविधायें नोएड एयरपोर्ट पर होंगी उपलब्ध
वहीं, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जेवर को में दुनिया भर के एयरपोर्ट में दी जाने वाली बेहतरीन सुविधाओं से लैस करने की तैयार की जा रही है. इसके लिए विदेशों में एयरपोर्ट पर दी जा रही सुविधाओं का भी निरीक्षण गया है. जिसमें एयरपोर्ट की सुरक्षा, इमिग्रेशन, कॉमन होल्डिंग एरिया आदि शामिल हैं.
ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट की अंशधारिता को बढ़ाया गया
बता दें कि, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नायल) की बोर्ड बैठक इस बार स्विट्जरलैंड में हुई थी. इसमें नायल के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह और अन्य भागीदार शामिल हुए. बोर्ड बैठक में यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड में ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी की अंशधारिता को बढ़ा दिया है. यह अंशधारिता दो हजार करोड़ से बढ़ाकर तीन हजार करोड़ रुपये कर दी गई है. बैठक में, जेवर स्थित नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सभी आधुनिक सुविधाओं को मुहैय्या करावने पर जोर दिया गया.
इन यात्री सुविधाओं के मिलने की संभावना
कॉमन होल्डिंग एरिया- अगर आप किसी फ्लाइट से नोएडा एयरपोर्ट एयरपोर्ट पहुंचे हैं, और आपको कनेक्टिंग फ्लाइट लेनी है और आप एयरपोर्ट के बाहर नहीं गए हैं. ऐसे में आपको फिर से चेकइन करने की जरूरत नहीं होगी. यह सुविधा दिल्ली एयरपोर्ट पर नहीं है. दिल्ली में कनेक्टिंग फ्लाइट के लिए दोबारा चेक इन कराना पड़ता है. जेवर में इस सुविधा को शुरू करने की बात चल रही है.
ग्राउंड ट्रांसपोर्टेशन- जेवर एयरपोर्ट में ग्राउंड ट्रांसपोर्टेशन बनाने की योजना है. जिसके तहत यहां पर एक जगह से आने-जाने के लिए यात्रियों को बस, टैक्सी, पॉड टैक्सी आदि के कई विकल्प एक ही जगह पर मिलेंगे.
ऑटोमेटिक जाएगा सामान- सफर कर रहे यात्रियों के लगेज को ऑटोमैटिक तरीके से एयरपोर्ट पर भेजा जाएगा. अभी तक एयरपोर्ट में इसे मैन्युअली भेजा जाता है, जिसके ऑटोमेशन की योजना पर भी काम चल रहा है.
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