Noida News: दिल्ली में 24 जुलाई को मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया, इसी के साथ देशभर में अब तक 4 लोगों में मंकीपॉक्स संक्रमण की पुष्टि हो गई है. दिल्ली में मिले पहले मामले के बाद जहां एक ओर कई शहरों में मंकीपॉक्स के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां तेज कर दी है. वहीं दिल्ली से सटे गौतमबुद्धनगर में अब तक इस संक्रमण को लेकर कोई भी खास तैयारी नहीं की गई है. दिल्ली से सटे होने की वजह से गौतमबुद्ध नगर में संक्रमण का खतरा ज्यादा है इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग शासन से निर्देश मिलने का इंतजार कर रहा है. अब तक जिले में स्वास्थ्य विभाग ने मंकीपॉक्स को लेकर योजना तैयार नहीं की है जैसे इस बीमारी की जांच कहां होगी जांच के सैंपल कहां लिए जाएंगे और अगर किसी में पुष्टि हो जाती है तो उसका इलाज कहां और कैसे होगा इस पर कोई तैयारी नहीं की गई है.
लोगों को किया जा रहा जागरूक
इधर, स्वास्थ्य विभाग ने एहतियात के तौर पर लोगों को जागरूक करने का कार्यक्रम चलाया है. इसके अलावा जिला में अस्पतालों को भी निर्देश दिए गए हैं कि अगर किसी भी मरीज में मंकीपॉक्स के लक्षण नजर आते है तो तुरंत इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दे दी जाए.
गौतमबुद्धनगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनील शर्मा का कहना है कि उन्हें अब तक शासन ने मंकीपॉक्स को लेकर कोई भी दिशा निर्देश जारी नहीं किया है, लेकिन इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग अपनी तरफ से सतर्कता बरत रहा है. उन्होंने बताया मंकीपॉक्स दो से चार हफ्ते में ठीक होने वाली बीमारी है. इसलिए लोगों को संक्रमित से दूरी बना कर रखनी चाहिए.
Monkeypox Delhi: मंकीपॉक्स की जांच के लिए पुणे नहीं भेजे जाएंगे सैंपल, अब एम्स में भी जांच की सुविधा, तैयारी पूरी
क्या है मंकीपॉक्स के लक्षण
मंकीपॉक्स के लक्षणों की बात की जाए तो इसमें संक्रमण होने से लेकर 5 से 21 दिन तक संक्रमण नजर आता हैं. सबसे पहले इसमें मरीज को फ्लू जैसे लक्षण नजर आते हैं जैसे बुखार आना, शरीर में दर्द होना, सिर में कमर में और मांसपेशियों में दर्द होना. बुखार के बाद चेहरे पर दाने निकल जाते हैं जो धीरे-धरे पूरे शरीर में फैलते हैं. वहीं दिल्ली में जिस मरीज में मंकीपॉक्स की पुष्टि हुई है उसकी उम्र 31 साल बताई गई है और उसकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक उसका इलाज दिल्ली के मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में किया जा रहा है. वहीं अगर मरीज के संक्रमण की बात करें तो उसको पहले तेज बुखार आया और उसके बाद उसके शरीर पर बड़े-बड़े दाने नजर आने लगे जिसके बाद उसे आइसोलेटेड वार्ड में रखा गया है.
Delhi Metro: मेट्रो स्टेशनों पर बंदरों का आतंक, DMRC ने भगाने के लिए गार्ड तैनात किए