Noida Twin Tower Demolition: ट्विन टावर गिराए जाने के बाद उठाए जाएंगे ये जरूरी कदम, ऐसे हटाया जाएगा हजारों टन मलबे का ढेर
नोएडा प्राधिकरण ने एडिफिस इंजीनियरिंग को मलबा हटाने के लिए 15 सितंबर तक बेरीकेडिंग करने के निर्देश दिए है. सीबीआरआई ने मलबे की जगह बेरीकेडिंग की ऊंचाई 10 मीटर तक रखने की राय दी है.
Noida Twin Tower Demolition: नोएडा सेक्टर-93ए में बने सुपरटेक ट्विन टावर (Supertech Twin Tower) को 28 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के आदेश पर सुरक्षित तरीके से गिरा दिया गया था. ट्विन टावर को गिराने के लिए एडिफिस इंजीनियरिंग ने सात महीने तक तैयारी की और महज कुछ ही सेकंड में 32 मंजिला ट्विन टावर ध्वस्त हो गया. ट्विन टावर तो गिर गया और उससे हजारों टन मलबा निकला, ध्वस्तीकरण के बाद निकले सी एण्ड डी वेस्ट मैनेजमेन्ट प्लान, पोस्ट डिमॉलिशन स्ट्रक्चरल ऑडिट, ध्वस्तीकरण के पहले और बाद में लगाए गए क्रेक गेजेज की रीडिंग, ध्वनि प्रदूषण और 9 मीटर पैसेज के निर्माण के संबंध में प्राधिकरण चर्चा कर रहा है.
इसी कड़ी में प्राधिकरण ने एक बार फिर बैठक की जिसमें प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ सीबीआरआई, उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, ट्विन टावर गिराने वाले कंपनी एडिफिस इंजीनियरिंग, सुपरटेक, इम्राल्ड कोर्ट ऑनर्स रेजीडेन्ट वैलफेयर एसोसिएशन और एटीएस विलेज अपार्टमेन्ट ऑनर्स एसोसिएशन के लोग शामिल हुए.
एटीएस विलेज की ओर से हटाया गया मलबा
दरअसल जब ट्विन टावर गिराया गया था तब एटीएस विलेज की दीवार की ओर मलबा गिर गया था जिसको हटा लिया गया है. इसको लेकर एडिफस इंजीनियरिंग कि ओर से बताया गया कि अब तक एटीएस विलेज की दीवार की ओर गिरे हुए मलबे को हटा लिया गया है. एटीएस विलेज और इम्राल्ड कोर्ट के अपार्टमेन्ट्स के टूटे हुए शीशों को रिप्लेस कर दिया गया है. मलबे को तोड़ने के लिए टूल्स एण्ड प्लान्ट्स का प्रबन्ध कर लिया गया है.
धूल से निपटने की होगी ये व्यवस्था
एडिफिस इंजीनियरिंग ने बताया कि मलबे को तोड़ने से उठने वाली धूल से आस-पास के क्षेत्र को प्रदूषण से बचाने के लिए स्मॉग गन का इंतजाम कर लिया गया है. जिस क्षेत्र में मलबा गिरा है, उस क्षेत्र के चारों तरफ बेरीकेडिंग करने के लिए स्कॉफ होल्डिंग लगाने का काम भी शुरू कर दिया गया है. कुछ लाईटें और टफन्ड ग्लास टूट गये है, लाईटें लगा दी गयी हैं और टफन्ड ग्लास का आर्डर दे दिया गया है. वहीं ट्विन टावर गिरने से को वाईब्रेशन हुई, विजुअल इन्सपेक्शन और क्रेक गेजेज की रिपोर्ट तैयार की जा रही है. बता दें, एडिफिस इंजीनियरिंग के मुताबिक वो 30 सितंबर तक पोस्ट डिमॉलिशन स्ट्रक्चरल ऑडिट कि भी रिपोर्ट जारी कर देगी.
प्राधिकरण ने एजेंसी को दिए निर्देश
नोएडा प्राधिकरण ने एडिफिस इंजीनियरिंग को मलबा हटाने के लिए 15 सितंबर तक बेरीकेडिंग करने के निर्देश दिए है. सीबीआरआई ने मलबे की जगह बेरीकेडिंग की ऊंचाई 10 मीटर तक रखने की राय दी है, साथ में बेरीकेडिंग को जिओ फाईबर क्लॉथ के माध्यम से दो लेयर में ढकने की राय दी है. साथ में स्ट्रक्चरल ऑडिट की रिपोर्ट देने की अंतिम तारीख 28 सितंबर दी गई है.
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