Noida Twin Tower Demolished: नोएडा सेक्टर-93ए में बने सुपरटेक ट्विन टावर को 21 अगस्त को गिराया जाएगा, इसे गिराने का काम लगभग पूरा हो चुका है. इसलिए अंतिम ब्लास्ट की तारीख नजदीक आने के साथ ही इसको गिराने वाली कम्पनी एडिफिस इंजीनियरिंग ने नोएडा पुलिस से एनओसी मांगा है. इसके अलावा एडिफिस इंजीनियरिंग ने नोएडा प्राधिकरण को टावर के ध्वस्तीकरण के डिजलेपमेंट के रिपोर्ट को भी सौंप दिया है.
वहीं एडिफिस इंजीनियरिंग के अधिकारियों कि माने तो 21 अगस्त को होने वाले विस्फोट से पहले टावर के आसपास सुरक्षा के इंतजाम किए जा रहे हैं. फिलहाल टावर के आस पास पीएनजी गैस पाइपलाइन को नुकसान से बचाने के लिए उसके ऊपर सेफगार्ड लगाकर मलबा भरा जा रहा है. वहीं अगले हफ्ते तक टावर को गिराने के लिए जो समिति बनाई गई है वो एक बैठक भी करेगी. जिसमे 21 अगस्त को होने वाले विस्फोट पर चर्चा होगी.
बैठक में क्या होगा खास?
बता दे अगले हफ्ते होने वाली बैठक में विस्फोट और उसके बाद विस्फोट से गिरे हुए मलबे को कैसे उठाया जाएगा इसकी योजना पेश होगी. टावर में एक अगस्त से विस्फोटक लगाने का काम शुरू होगा, हाल में टावर को देखने के लिए सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ माइनिंग एंड फ्यूल रिसर्च के वैज्ञानिक भी नोएडा पहुंचे थे. इस टीम ने एडिफिस इंजीनियरिंग के साथ 21 अगस्त को होने वाले ब्लास्ट से क्या नुकसान होगा और उसके बचाव के लिए क्या किया जा सकता है उसपर चर्चा की.
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वहीं ट्विन टावर को गिराने वाली कंपनी एडिफिस इंजीनियरिंग के प्रोजेक्ट हेड उत्कर्ष मेहता ने बताया कि अगले महीने यानी 1 अगस्त से ट्विन टावर में किए गए 9 हजार छेदों में 3500 किलो बारूद लगाने का काम शुरू होगा. बारूद लगाए जाने के बाद दोनो टावरों कि सुरक्षा पुलिस करेगी. सिर्फ ऑथराइज्ड कर्मचारी ही टावर के आस पास जा सकेंगे , बाकी किसी को भी वहां जाने की इजाजत नहीं होगी. टावर कि सुरक्षा के लिए ध्वस्तीकरण वाले दिन सुरक्षा में 500 से ज्यादा पुलिसकर्मी वहां तैनात किए जाएंगे.