Noida News: हजारों कैमरे की निगरानी वाला शहर बना नोएडा, ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले सावधान!
सड़कों पर होनेवाली हर गतिविधि को रिकॉर्ड करने के लिए नोएडा में 76 जगहों पर 1065 कैमरे लगाए गए हैं. कैमरों की मदद से ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर एक्शन लिया जा सकेगा.
Noida News: अगर आप राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा में रहते हैं तो खबर आपके काम की है क्योंकि नोएडा हजारों कैमरे की निगरानी वाला शहर बन गया है. सड़कों पर होनेवाली हर गतिविधि को रिकॉर्ड करने के लिए नोएडा में 76 जगहों पर 1065 कैमरे लगाए गए हैं. कैमरों की मदद से ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर एक्शन लिया जा सकेगा. नोएडा में ट्रैफिक नियम का उल्लंघन करता हुआ पकड़े जाने पर घर 24 घंटे में चालान पहुंच जाएगा. नोएडा प्राधिकरण इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम प्रोजेक्ट के तहत कैमरे लगवा रही है.
5 जुलाई से चौराहों पर एक्टिव हुए कैमरे
ट्रैफिक पुलिस ने दावा किया है कि 5 जुलाई यानी आज से सभी कैमरे एक्टिव हो गए है. सड़कों पर होनेवाली हर गतिविधि इंटेलीजेंट कैमरों की नजर में रहेगी. गाड़ी चलाने वालों के लिए कैमरे फायदेमंद साबित होंगे और ट्रैफिक पुलिस को नियमों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ चालान करने में मदद मिलेगी. कैमरे की मदद से सड़कों पर होने वाले अपराध को भी कम किया जा सकता है. सड़क पर चोरी, मारपीट की घटना होने पर पुलिस आसानी से अपराधियों की पहचान कर पाएगी. फिलहाल नोएडा के 76 चौराहे पर कमरे लगाए गए हैं.
24 घंटे के अंदर घर पर मिलेगा चालान
डीसीपी ट्रैफिक गणेश साहा ने बताया कि चौराहे पर कैमरे स्थापित होने के बाद अब ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को हटा लिया जाएगा. चौराहे से हटाए गए पुलिसकर्मियों को बिना कैमरों वाली जगहों पर शिफ्ट किया जाएगा. कैमरे की मदद से ट्रैफिक पुलिस को चालान करने में भी आसानी होगी क्योंकि अब 24 घंटे के अंदर ही चालान सीधा घर पहुंच जाएगा.
प्राधिकरण, ट्रैफिक विभाग का प्रयास
नोएडा में इंटेलीजेंट कैमरा लगवाने का काम नोएडा प्राधिकरण और ट्रैफिक विभाग ने साथ मिलकर किया है. नोएडा प्राधिकरण के ट्रैफिक सेल प्रभारी एसपी सिंह ने बताया कि कैमरे ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों की फोटो खींच लेंगे और अगले 24 घंटे में घर चालान पहुंच जाएगा. कैमरों की मदद से डाटा फोटो के साथ तैयार किया जाएगा और डाटा सीधा एनआईसी को ई चालान के लिए जाएगा. अलग-अलग चौराहों की जरूरत को देखते हुए डाटा तैयार करने के लिए सॉफ्टवेयर को भी अपग्रेड किया जा रहा है.