Municipal Corporation of Delhi: दिल्ली नगर निगम (Municipal Corporation of Delhi) चुनावों से पहले दिल्ली (Delhi) का सियासी पारा गरमाता जा रहा है. शुक्रवार को उत्तरी दिल्ली नगर निगम (North Municipal Corporation of Delhi) की ओर से बुलाए गए हाउस में बीजेपी (BJP) और आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के पार्षदों के बीच तीखी बहस देखने को मिली. ये बहस इतनी बढ़ गयी कि बीच सदन में ही पार्षदों के बीच हाथापाई हो गयी. जिसके बाद बाउंसर्स को बुलाया गया और फिर दोनों पक्षों को अलग किया गया. इस घटना के बाद सदन की कार्रवाई को भी बीच में रोकना पड़ा.


फाड़ी मेयर की तख्ती
करीब 40 मिनट बाद सदन को फिर से शुरू किया गया. लेकिन इसी बीच बीजेपी की पार्षद ने आप पर फिर से तीखा हमला किया. जिसके बाद आप के सभी पार्षद वॉल में आ गए. पार्षदों ने गुस्से में आकर प्रस्ताव की सूची के पन्नों को नार्थ एमसीडी के मेयर के ऊपर फेंक दिया और मेयर की तख्ती को भी फाड़ दिया.


क्या हुआ मामला
दरअसल, ये बहस सदन में सफाई कर्मचारियों को पक्का किये जाने को लेकर शुरू हुई. सदन में सबसे पहले बीजेपी के पूर्व मेयर जय प्रकाश ने पिछले 15 सालों में बीजेपी शासित एमसीडी द्वारा किए गए कार्यों का ब्यौरा दिया. इस दौरान उन्होंने सफाई कर्मचारियों का मुद्दा बढ़ चढ़कर उठाया और दावा किया कि पिछले 15 सालों में एमसीडी ने 20,000 से ज्यादा कर्मचारियों को पक्का किया है.


वहीं पक्ष के बाद विपक्ष की बारी आने पर नेता प्रतिपक्ष विकास गोयल ने बोलना शुरू किया. तो बीजेपी के पार्षद बोलने लगे इस दौरान सदन में खालिस्तानी, आतंकवादी और पाकिस्तान जैसे शब्दों का भी प्रयोग हुआ. पक्ष-विपक्ष एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करने लगे. जिसके बाद आप और बीजेपी के पार्षदों के बीच तीखी बहस शुरू हो गई. बहस इतनी बढ़ गई कि आप पार्षद अनिल लाकड़ा बीजेपी पार्षद सोहनलाल फौजी के बीच हाथापाई हो गई. इस हंगामे को देखते हुए सदन की कार्रवाई को थोड़ी देर के लिए स्थगित कर दी गई.


बीजेपी पार्षद का आरोप
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के सदन की कार्रवाई फिर से शुरू हुई तो बीजेपी पार्षद पूनम पाराशर झा ने एक बार फिर आप पर आरोप लगाना शुरू किया. जिसके बाद नेता प्रतिपक्ष विकास गोयल काफी गुस्से में आ गए. उन्होंने महापौर से उन्हें चुप कराने के लिए अपील की. महापौर के बार-बार बोलने पर भी हंगामा शांत नहीं हुआ. जिसके बाद आप के पार्षद वेल में उतर कर नीचे आ गए. जो प्रस्ताव आज पास होने से उन प्रस्तावों की सूची फाड़ कर महापौर की ओर उड़ा दी और तो और महापौर की तख्ती को भी फाड़ दिया.


आप का क्या है आरोप
इस हंगामे को लेकर आप नेता प्रतिपक्ष विकास गोयल ने कहा कि आज आप बहुत ही सकारात्मक तरीके से सफाई कर्मचारियों समेत एमसीडी के सभी कर्मचारियों की समस्याओं और उनकी मांगों को लेकर चर्चा करना चाहती थी. लेकिन बीजेपी के पार्षदों ने जानबूझकर यह हंगामा किया. उनके चेहरे से यह साफ है कि वह आने वाले निगम चुनाव में होने वाली अपनी हार से बौखलाए हुए हैं. वह जानते हैं कि दोबारा वह इस सदन में नहीं आने वाले हैं.


इसी को लेकर उन्होंने विपक्ष को बोलने का मौका नहीं दिया और बेवजह हंगामा किया. उन्होंने कहा कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम कर्मचारियों को पक्का करने का झूठा लॉलीपॉप देकर अपनी पीठ थपथपा रही है. नॉर्थ एमसीडी का कहना है कि वह 6,646 कर्मचारियों को पक्का करने जा रही है. लेकिन सच्चाई तो यह है कि सिर्फ 1,725 पद ही खाली हैं. ऐसे में 6,646 कर्मचारियों को कैसे पक्का किया जाएगा. इसका एमसीडी के पास कोई जवाब नहीं है.


क्या बोले महापौर
वहीं सदन के बाद दक्षिण दिल्ली नगर निगम की ओर से प्रेस वार्ता करते हुए महापौर राजा इकबाल सिंह ने कहा कि आज सदन में जो कुछ हुआ यह बेहद ही गलत हुआ. इस तरीके की गतिविधि सदन के भीतर बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इसको लेकर सीसीटीवी फुटेज चेक करेंगे और जो भी अपराधी पाए जाएंगे उनके खिलाफ उचित दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही मेयर ने कहा कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम 6,646 सफाई कर्मचारियों को पक्का करने जा रही है. जिसका प्रस्ताव पहले स्टैंडिंग कमेटी में पास हुआ. अब सदन में भी उस पर मोहर लगा दी है. जिसके बाद कर्मचारियों को पक्का करने की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी. हालांकि उन्होंने पदों की संख्या कम होने को लेकर कहा कि नॉर्थ एमसीडी करीब 10,000 पदों को जनरेट करेगी और फिर उन पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी.


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