Structural Engineer Mahendra Raj Dies: देश की कुछ सबसे मशहूर और प्रतिष्ठित इमारतों का नक्शा तैयार करने वाले स्ट्रक्चरल इंजीनियर महेंद्र राज का रविवार सुबह 97 साल की उम्र में निधन हो गया.उनके द्वारा देश की कई प्रतिष्ठित इमारतों का नक्शा तैयार किया गया था, जिसमें दिल्ली के प्रगति मैदान का हॉल ऑफ नेशन्स और हैदराबाद का सालारजंग म्यूजियम शामिल है.


250 से अधिक परियोजनाओं पर किया काम
महेंद्र राज का अंतिम संस्कार रविवार शाम लोधी रोड श्मशान घाट पर किया गया.उन्हें दोस्तों ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों से वह उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे. राज ने छह दशक लंबे अपने करियर में 250 से अधिक परियोजनाओं पर काम किया. यही नहीं उन्होंने वास्तुशिल्प डिजाइन में इंजीनियरिंग के नए समाधानों का उपयोग किया. अपने करियर के शुरुआती दिनों में उन्होंने  पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के निर्माण के लिए सहायक डिजाइन इंजीनियर के रूप में काम किया.


अप्रैल 2017 में ध्वस्त कर दिया गया था हॉल ऑफ नेशंस
प्रगति मैदान के हॉल ऑफ नेशंस, जिसका नक्शा महेंद्र राज ने ही तैयार किया था, उसे 2017 में ध्वस्त कर दिया गया था. उनके सबसे करीबी मित्रों और सहयोगियों में से एक   INTACH दिल्ली के संयोजक केटी रवींद्रन ने कहा कि 1960 से लेकर 2002 तक का उनका पेशेवर करियर शानदार था. उन्होंने कहा कि वह उन गिने चुने स्ट्रक्चरल इंजीनियरों में से थे जिन्होंने लगभग हर मान्यता प्राप्त वास्तुकार के साथ काम किया.


हर वास्तुकार की थी उनके साथ काम करने की तमन्ना
रवींद्रन ने कहा कि वह मूल रूप से चंडीगढ़ में ले  कॉर्बूसियर (एक स्विस-फ्रांसीसी वास्तुकार) के साथ काम कर रहे थे. बाद में वह विदेश में पढ़ने चले गए. वहां से लौटने के बहाद उनका पहला प्रोजेक्ट अहमदाबाद में चार्ल्स कोरिया का स्टेडियम था. तब से लगभग हर प्रमुख वास्तुकार उनके साथ काम करना चाहता था.


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