Delhi: प्रधानमंत्री के नाम देश भर से कांग्रेस के छात्र संगठन NSUI ने भेजे पोस्टकार्ड, जानें- क्या पूछे सवाल?
NSUI Post Card: देश भर में सोमवार को अलग-अलग कॉलेज और यूनिवर्सिटी में एनएसयूआई के कार्यकर्ता, राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द होने को लेकर छात्रों के बीच पोस्ट कार्ड लेकर पहुंचे.
NSUI Post Card To PM Modi: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पर राष्ट्रीय विपक्षी दलों सहित क्षेत्रीय दल के नेता और प्रतिनिधि तो हमलावर रहते ही हैं, अब इस कड़ी में कांग्रेस (Congress) पार्टी की स्टूडेंट यूनिट एनएसयूआई भी शामिल हो गई है. एनएसयूआई ने देश भर में पीएम मोदी के नाम पोस्ट कार्ड भेजने की मुहिम चलाई है. इसकी शुरुआत नॉर्थ कैम्पस (North Campus) स्थित पोस्ट ऑफिस से की गई. एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं की तरफ से प्रधानमंत्री के नाम भेजे गए गए पोस्ट कार्ड में उनसे कई सवालों का जवाब मांगा है.
देश भर में अलग-अलग कॉलेज और यूनिवर्सिटी में एनएसयूआई के छात्र नेता, राहुल गांधी के लोकसभा से निलंबन पर छात्रों के बीच पोस्ट कार्ड लेकर पहुंचे. इस पर छात्रों ने लिखा, "प्रधानमंत्री एक चुना हुआ प्रतिनिधि संसद में सवाल नहीं कर सकता, इसलिए हम छात्र आपसे यह तीन सवाल पूछ रहे हैं.'
एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने पीएम से पूछे ये तीन सवाल
एनएसयूआई से जुड़े छात्रों ने पीएम मोदी से पूछा है- अडानी समूह ने बीजेपी को कितना चंदा दिया है? उनके विदेश दौरे के बाद अडानी समूह को कितने कॉन्ट्रैक्ट मिले? आखिरी सवाल में छात्रों ने पूछा है कि यह कौन सा फॉर्मूला है, जिससे 8 सालों में अडानी विश्व के 609वें अमीर व्यक्ति से सीधे दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति बन गए? NSUI के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने प्रधानमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा, "अगर उन्हें अपनी ईमानदारी साबित करनी है, तो संसद के अंदर और बाहर उठाए जा रहे सवालों के जवाब दें, लेकिन वे इन सवालों पर मौन हैं. वे अडानी को बचाने की कोशिश कर रहे हैं.
राहुल गांधी के निलंबन से छात्रों में आक्रोश
राहुल गांधी के संसद से निलंबन को लेकर उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने ये साबित कर दिया कि उन्हें सवाल उठाने वालों से बहुत तकलीफ हुई है. NSUI के राष्ट्रीय सचिव और दिल्ली के प्रभारी नीतीश गौड़ के साथ-साथ कुणाल सहरावत ने बताया कि यूनिवर्सिटी के अलग-अलग कैम्पस में छात्रों के बीच इन पोस्ट कार्ड को लेकर वो पहुंचे. सभी जगहों से उन्हें भरपूर समर्थन मिल रहा है. इस दौरान उन्होंने जेपीसी के गठन नहीं किए जाने पर भी सवाल उठाए. साथ ही उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के निलंबन से छात्रों में काफी आक्रोश है, इसलिए उनकी इस मुहिम से बड़ी संख्या में छात्र जुड़ रहे हैं.
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