Delhi News: हरियाणा के नूंह जिले में सात पहले घटित हिंसक घटना की आग से गुरुग्राम, और फरीदाबाद समेत हरियाणा का कई जिला आज भी जल रहा है. इस मामले में जहां मुस्लिम पक्ष हिंदुओं को दोषी बता रहा है, तो दूसरी तरफ हिंदू पक्ष मुसलमानों को जिम्मेदार ठहराने में लगा है. बता दें कि विश्व हिंदू परिषद द्वारा निकाली गई ब्रज मंडल यात्रा पर नूंह के नल्हड़ में मुस्लिम समुदायों द्वारा हमला किया गया था. इसके जवाब में गुरुग्राम सेक्टर 57 स्थित निर्माणाधीन मस्जिद के नायाब इमाम की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने चार युवकों को गिरफ्तार किया था, जिसके विरोध में 6 अगस्त को तिगड़ा गांव में महापंचायत बुलाई गई थी.
इस महापंचायत में युवकों की गिरफ्तारी से आक्रोशित गांव वालों ने तुरंत ही चारों युवकों को रिहा करने की मांग की है. साथ ही मुसलमानों का पूर्ण बहिष्कार करने का आह्वान किया है. महापंचायत में मुसलमानों को किराए पर दुकान और मकान न देने का निर्णय लिया गया. गिरफ्तार युवकों की रिहाई के लिए महापंचायत में 51 सदस्यीय कमेटी बनाई गई है. यह कमेटी अगले सात दिनों तक गुरुग्राम प्रशासन और तमाम नेताओं से बातचीत करेगी, जिससे निर्दोषों को जेल से रिहा कराया जा सके. उनका कहना है कि अगर निर्दोष युवकों को नहीं छोड़ा गया तो एक सप्ताह बाद फिर बड़ी पंचायत कर सख्त फैसले लिए जाएंगे. गांव के लोगों का कहना है कि जरूरत पड़ी तो वे हरियाणा में चक्का भी जाम करेंगे.
गिरफ्तार आरोपी की रिहाई की मांग
रविवार को तिगरा गांव में आयोजित महापंचायत में आसपास के कई गांवों के 36 बिरादरी के हजारों लोग शामिल हुए. पंचायत में हिंदू समुदाय के लोगों ने आरोपी की गिरफ्तारी का विरोध किया. इस दौरान महापंचायत में गुरुग्राम पुलिस, प्रशासन और सरकार पर भी सवाल उठाए गए. उनका आरोप है कि बिना किसी जांच के पुलिस ने निर्दोषों को इस केस में फंसाने की कोशिश की है.
मस्जिद पर उठाए सवाल
तिगरा में बनाये जा रहे मस्जिद को लेकर वक्ताओं ने कहा कि सेक्टर 57 स्थित निर्माणाधीन मस्जिद पर काफी पहले से ही विवाद चला आ रहा है. तिगरा के आसपास न कोई मुस्लिम रिहायश नहीं है और न कोई यहां रहने वाला मुस्लिम है. फिर हिंदुओं की आबादी के बीच में मस्जिद क्यों बनाई जा रही है. उनका कहना है कि इस मस्जिद को हटाने के लिए प्रशासन को कदम उठाना चाहिए.