Delhi News: दिल्ली के कई प्राइवेट स्कूलों ने प्रवेश स्तर की कक्षाओं में दाखिले के लिए चुने गए छात्रों की दूसरी सूची सोमवार को प्रकाशित की, जबकि कई स्कूलों ने पहली सूची के बाद ही दाखिला प्रक्रिया बंद कर दी है. आईटीएल पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल सुधा आचार्य ने बताया कि पहले ड्रा में सभी 142 सीटें भर गई थीं. कुछ रिक्तियां थीं. इसलिए, सोमवार को जारी दूसरी सूची में केवल पांच से छह नाम शामिल हैं. हमने पांच से छह नामों की प्रतीक्षा सूची जारी की है. पहली सूची 20 जनवरी को जारी की गई थी.


दाखिले के लिए ड्रॉ के जरिए हुआ चयन  


उन्होंने कहा कि ड्रा में जिन छात्रों 90 या उससे अधिक अंक मिले उनका नाम पहली सूची में सीधे प्रवेश के लिए निकला था. कुल 190 सीटें हैं और इसका 25 प्रतिशत आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों (ईडब्ल्यूएस) को जाता है. जिन छात्रों को ड्रा में 90 अंक या उससे अधिक अंक मिले थे, उनका नाम सीधे प्रवेश के लिए दो सप्ताह पहले प्रकाशित पहली सूची में निकला था.  ड्रॉ का आयोजन किया जाता है और इसकी वीडियोग्राफी होती है, वीडियो फुटेज स्कूल में रखा जाता है. ड्रा के लिए उपयोग किए जाने वाली पर्चियां बॉक्स में डालने से पहले माता-पिता को दिखाई जाती हैं.


न्यूनतम चार वर्ष निर्धारित है उम्र


नर्सरी प्रवेश के लिए बच्चे की उम्र कम से कम चार वर्ष होनी चाहिए. 31 मार्च, 2023 तक किंडरगार्टन में प्रवेश के लिए आयु सीमा पांच वर्ष और कक्षा 1 के लिए कम से कम छह वर्ष है.दिल्ली स्टेट पब्लिक स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष आरसी जैन ने पहले बताया था कि कई स्कूल छात्रों की प्रतीक्षा सूची या दूसरी सूची जारी नहीं करते हैं क्योंकि पहले ड्रा के बाद ही सीटें भर जाती हैं.


स्कूल से घर की दूरी समेत अंक के हैं कई मानक


मयूर विहार फेज-1 के एल्कॉन पब्लिक स्कूल के प्रधान अशोक पांडेय ने कहा कि अभी तक उनकी ओर से कोई दूसरी सूची जारी नहीं की गई है और बची हुई सीटों को भरने के लिए एक और ड्रॉ निकाला जाएगा. पांडे ने पीटीआई से कहा, हमारे पास अभी दूसरी मेरिट लिस्ट नहीं है. शेष बची सीटों को भरने के लिए लोग हम जल्द ही एक और ड्रॉ का आयोजन करेंगे. कई आवेदक हैं जिनके समान अंक हैं. हमारे स्कूल में दूरी, स्कूल के पूर्व छात्रों के बच्चे और मौजूदा छात्रों के भाई-बहन आदि के आधार पर अंक बंटा होता है.


1800 से अधिक स्कूलों में 1 दिसंबर से शुरू हुआ था पंजीकरण 


दिल्ली में 2023-24 शैक्षणिक सत्र के लिए 1,800 से अधिक निजी स्कूलों में प्रवेश स्तर की कक्षाओं में दाखिला के लिए पंजीकरण प्रक्रिया 1 दिसंबर से शुरू हुई थी और 23 दिसंबर को समाप्त हुई. शिक्षा विभाग के अनुसार, प्रवेश पंजीकरण शुल्क के रूप में नहीं लौटाने वाले 25 रुपये तक लिए जा सकते हैं. माता-पिता के लिए स्कूल का प्रॉस्पेक्टस  खरीदना वैकल्पिक होगा. सर्कुलर के अनुसार, सभी निजी स्कूलों के लिए ईडब्ल्यूएस वर्ग, वंचित समूह के छात्रों के साथ-साथ दिव्यांग बच्चों के लिए कुल सीटों का 25 प्रतिशत आरक्षित करना अनिवार्य है.


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