Delhi News: रेसलिंग फेडरेशन आफ इंडिया (Wrestling Federation India) के खिलाफ ओलंपिक मेडल विजेता सहित कई पहलवानों ने मोर्चा बुधवार को मोर्चा खोल दिया. ओलंपियन बजरंग पुनिया, ओलंपियन साक्षी मलिक सहित कई पहलवानों ने रेसलिंग फेडरेशन इंडिया पर गंभीर आरोप लगाए हैं. आज इन ओलंपिक विजेता पहलवानों ने जंतर मंतर पर रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया.


चर्चित ओलंपियन बजरंग पुनिया (Bajrang Punia) ने कहा कि रेसलिंग फेडरेशन आफ इंडिया की तानाशाही अब बर्दाश्त के बाहर है. उन्होंने कहा कि बुधवार दोपहर तीन से चार बजे के बीच प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. मीडिया को असंतोष की पूरी जारी देंगे. 


प्रदर्शन के लिए किया मजबूर
 
ओलंपिक पदक विजेता पहलवानों का आरोप है कि रेसलिंग फेडरेशन आफ इंडिया उन्हें नीचा दिखाने की कोशिश कर रहा है. देश के लिए मेडल जीतने के बावजूद उन्हें वो सम्मान नहीं मिल रहा है जिसके वो अधिकारी हैं. फेडरेशन के असहयोगी और अमर्यादित रवैये से परेशान होकर प्रदर्शन का फैसला लेना पड़ा. ओलंपिक विजेता पहलवानों का कहना है कि डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष और कैसरगंज से भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह के रवैये से वे लोग परेशान हैं. बजरंग, विनेश, रियो ओलिंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक, विश्व चैम्पियनशिप पदक विजेता सरिता मोर, संगीता फोगाट, सत्यव्रत मलिक, जितेंद्र किन्हा और कॉमनवेल्थ गेम  पदक विजेता सुमित मलिक सहित 30 पहलवान जंतर मंतर पर धरने पर बैठे हैं. बजरंग का सहयोगी स्टाफ भी धरने पर बैठा है जिसमें उनके कोच सुजीत मान और फिजियो आनंद दुबे शामिल हैं.


दूसरी तरफ बजरंग पुनिया अपने ट्वीट में लिखा लिखा कि फेडरेशन का काम खिलाड़ियों का साथ देना, उनकी खेल की जरूरतों का ख्याल रखना होता है. फेडरेशन की जिम्मेदारी समस्या दूर करने की होती है. एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा कि खिलाड़ी पूरी मेहनत कर देश को मेडल दिलाते हैं, लेकिन फेडरेशन ने हमें नीचा दिखाने के अलावा कुछ नहीं किया. 


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