Delhi News: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती एक 26 वर्षीय युवक कम उम्र में ही जिंदगी की जंग हार गया, लेकिन मरने से पहले उसने अपने अंगों का देने की इच्छा जताकर ऐसी मिसाल कायम किया, जो आने वाले समय मे निश्चित ही लोगों को अंग-दान के लिए प्रेरित करेंगे. दरअसल, 26 साल के बीमार विजय को गंभीर हालत में इलाज के लिए सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन तकरीबन हफ्ते भर चले इलाज के बाद डॉक्टरों ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया, जिसके बाद विजय के परिजनों ने उनके अंगों को दान कर एम्स और सफदरजंग जैसे अस्पतालों भर्ती मरीजों की जान बचाने का काम किया, जो जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे थे. 


विजय और उनके परिजनों का यह निस्वार्थ अंग दान का काम जनता में जागरूकता फैलाने में काफी मददगार साबित होगा. सफदरजंग अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक वंदना तलवार ने बताया कि, 'हरियाणा के बल्लभगढ़ जिले का रहने वाला विजय कई दिनों से बीमार था. दिन ब दिन उसकी हालत बिगड़ती जा रही थी. जिसके बाद 25 फरवरी को गंभीर हालत में उसे इलाज के लिए सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया. हफ्ते भर के इलाज के दौरान उनके कई तरह के जांच किये गए. 2 मार्च को विशेषज्ञ डॉक्टरों की पैनल ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया.'


ऐसे जरूरतमंद मरीजों में किया गया अंगों को ट्रांसप्लांट


विजय के ब्रेन डेड घोषित किए जाने के बाद उन्हें अंग दान के बारे में बताया गया. इसकी अहमियत की जानकारी उन्हें दी गई. इसके बाद विजय और उनके परिजन अंग दान करने के लिए तैयार हो गए. उन्होंने वेटिंग लिस्ट वाले जरूरतमंद मरीजों के लिए अस्पताल को चार महत्वपूर्ण अंग दान करने का निर्णय लिया. जिसके बाद 3 मार्च को अंग दान एवं प्रत्यारोपण समन्वय समिति द्वारा सफदरजंग अस्पताल में अंगों को हासिल किया गया. मरीज के सभी अंगों को राष्ट्रीय अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (NOTTO) की मदद से दिल्ली के अलग-अलग सरकारी अस्पातालों में इलाज करा रहे मरीजों में ट्रांसप्लांट किया गया.


इन मरीजों में प्रत्यारोपित किया गया अंग


डॉ. वंदना तलवार बताया कि डोनर विजय का हार्ट दिल्ली के एम्स में इलाजरत एक मरीज में ट्रांसप्लाट किया गया. उसे हार्ट ट्रांसप्लांट की जरूरत थी. विजय के हार्ट से उसे एक नया जीवन मिल गया. विजय का लीवर और एक किडनी आर एंड आर आर्मी अस्पताल में भर्ती एक मरीज को ट्रांसप्लांट की गई. जबकि दूसरी किडनी सफदरजंग अस्पताल में नेफ्रोलॉजी और यूरोलॉजी विभाग में इलाज करा रहे, एक मरीज को प्रत्यारोपित की गई. सफदरजंग अस्पताल में जिस मरीज में किडनी प्रत्यारोपित की गई, अभी उसकी हालत स्थिर है. अब  वह ठीक हो रहा है. 


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