Pankaj Udhas Passed Away: मशहूर गजल गायक पंकज उधास के निधन पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने शोक जताया. सीएम केजरीवाल ने कहा कि उनका जाना संगीत जगत की बहुत बड़ी क्षति है. अपने सोशल मीडिया पोस्ट में सीएम केजरीवाल ने कहा कि ईश्वर पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें. शोकाकुल परिवार और प्रशंसकों को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें. पंकज उधास ने 72 साल की उम्र में आखिरी सांस ली. देश-दुनिया के प्रशंसकों ने उनके निधन पर गहरा दुख जताया.
गायक के निधन की जानकारी उनकी बेटी नायाब उधास ने दी. पोस्ट में बेटी ने लिखा कि बहुत दुख के साथ हमें ये आपको बताना पड़ रहा है कि पद्मश्री पंकज उधास का 26 फरवरी 2024 को निधन हो गया है. वो लंबे समय से बीमार थे.'रिश्ता तेरा मेरा', 'न कजरे की धार', 'चांदी जैसा रंग है तेरा', 'मत कर इतना गुरूर', 'जीए तो जीए कैसे' और 'आदमी खिलौना है' जैसे सुपरहिट गाने देने वाले पंकज उधास का जन्म 17 मई 1951 को गुजरात के जेतपुर में हुआ था. सात साल की उम्र से ही पंकज उधास संगीत की दुनिया में जुड़ गए थे. उनके गाने के टैलेंट को उनके भाई मनहर उधास ने पहचाना था. वह बॉलीवुड के मशहूर प्लेबैक सिंगर हैं.
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'तेरा नाम लिया', 'तू मेरा हीरो है', 'हम तुम्हें चाहते हैं ऐसे' समेत कई सुपरहिट गाने में उनकी आवाज सुनने को मिलती है. वह उन्हें अपने कार्यक्रम में ले जाते थे. पंकज उधास ने अपने भाई के साथ पहली बार कार्यक्रम में गाना गाया था, जिसमें उन्हें इनाम के तौर पर 51 रुपए दिए गए थे.
इस कार्यक्रम में उन्होंने 'ऐ वतन के लोगों' गाना गाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया था. इसके बाद पंकज ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. वह गायिकी और गजल की दुनिया में आगे बढ़ते चले गए. उन्हें 2006 में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया था. उस वक्त पंकज उधास को पद्मश्री मिलने की घोषणा की खबर के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. जब उन्हें उनके दोस्त ने बधाई दी, तो उन्होंने अपने दोस्त से पूछा कि किस बात की बधाई? इस पर उनके दोस्त ने बताया कि आपको पद्मश्री से सम्मानित किए जाने की घोषणा हुई है. यह खबर सुनने के बाद पंकज काफी खुश हुए थे.