New Parliament Building: सीएम अरविंद केजरीवाल का पीएम मोदी से सवाल, 'SC-ST समाज पूछ रहा है कि क्या हमें अशुभ...'
New Parliament Inauguration: केजरीवाल ने कहा, राम मंदिर के शिलान्यास पर मोदी ने तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को नहीं बुलाया. अब नये संसद भवन के उद्घाटन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नहीं बुलाया.
New Parliament Inauguration: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) 28 मई को देश के नए संसद भवन का उद्घाटन करने जा रहे हैं, लेकिन 19 विपक्षी दलों ने यह आरोप लगाते हुए इस समारोह का बहिष्कार किया है कि नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति से कराया जाना चाहिए. ऐसे में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvid Kejriwal) ने पीएम मोदी से सवाल किया कि, प्रभु श्री राममंदिर के शिलान्यास पर मोदी ने तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को नहीं बुलाया.
इसके साथ ही नये संसद भवन के शिलान्यास पर भी मोदी ने रामनाथ कोविंद को नहीं बुलाया. अब नये संसद भवन के उद्घाटन को भी मौजूदा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों से नहीं करवा रहे. देशभर का SC और ST समाज पूछ रहा है कि क्या हमें अशुभ माना जाता है, इसलिए नहीं बुलाते?
प्रभु श्री राममंदिर के शिलान्यास पर मोदी जी ने तत्कालीन राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी को नहीं बुलाया
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 25, 2023
नये संसद भवन के शिलान्यास पर भी मोदी जी ने श्री रामनाथ कोविंद जी को नहीं बुलाया
अब नये संसद भवन के उद्घाटन को भी मौजूदा राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुरमू के हाथों से नहीं करवा…
इन पार्टियों ने किया बाहिष्कार
दरअसल, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रविड मुन्नेत्र कड़गम (द्रमुक), जनता दल (यूनाइटेड), आम आदमी पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, झारखंड मुक्ति मोर्चा, नेशनल कांफ्रेंस, केरल कांग्रेस (मणि), रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी, विदुथलाई चिरुथिगल काट्ची (वीसीके), मारुमलार्ची द्रविड मुन्नेत्र कड़गम (एमडीएमके) और राष्ट्रीय लोकदल ने संयुक्त रूप से बहिष्कार की घोषणा की है.
28 मई को पीएम करेंगे उद्घाटन
बता दें कि, नए संसद भवन का 28 मई को पीएम मोदी उद्घाटन करेंगे. उद्घाटन समारोह को ध्यान में रखते हुए नई संसद की नई इमारत की साज-सज्जा का काम आकिरी दौर में चल रहा है. पीएम नरेंद्र मोदी ने दिसंबर 2020 में नए संसद भवन की आधारशिला रखी थी. उसी समय से संसद भवन का निर्माण विवादों के घेरे में है. यह 64,500 वर्गमीटर के विशाल क्षेत्र में फैला है. इको फ्रेंडली ग्रीन कंस्ट्रक्शन से बिजली खपत को 30 प्रतिशत तक कम किया जा सकेगा. नए संसद भवन के लोकसभा कक्ष में 888 सांसदों, राज्यसभा कक्ष में 384 सांसदों के बैठने की सुविधा होगी. संयुक्त संसद अधिवेशन में 1,272 सांसदों की सिटिंग क्षमता होगी. हाईक्वॉलिटी ऑडियो-विडियो सिस्टम तैयार किया गया है. इसके अलावा, नए भवन में संविधान हॉल, लाइब्रेरी, कमेटी कक्ष है.