Parliament Special Session: सांसद सुशील गुप्ता का सवाल- क्या 75 साल में चुने हुए प्रतिनिधि जनता की उम्मीदों पर खड़े उतरे?
Parliament Session: आप सांसद सुशील गुप्ता ने कहा कि देश की जनता चाहती थी कि 75 साल बाद संसद में चर्चा इस विषय पर होनी चाहिए कि शिक्षा में कितनी प्रगति हुई, कितने मेडिकल संस्थान बने?
Delhi News: सोमवार सुबह 11 बजे से संसद का विशेष सत्र (Parliament Special Session) जारी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर सदन को संबोधित किया. उनके संबोधन पर आम आदमी पार्टी के दिल्ली से राज्यसभा सांसद सुशील गुप्ता (Sushil Gupta) का कहना है कि, ''आज देश को उम्मीद थी कि संसद के 75 साल पूरे हो गए और इस विषय पर दोनों सदनों में चर्चा का निर्णय लिया गया. देश की जनता चाहती थी कि 75 साल बाद चर्चा इस विषय पर होनी चाहिए कि शिक्षा में कितनी प्रगति हुई, कितने मेडिकल संस्थान बने, क्या देश के सभी घरों में पीने का पानी है, बिजली उपलब्ध है.
जनता की उम्मीदों पर कितने खड़े उतरे प्रतिनिधि
उन्होंने कहा कि अफसोस की बात यह है कि इनमें से किसी भी विषय पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बातें नहीं की। सुशील गुप्ता का कहना है कि भारतीय लोकतंत्र के सफर और संसद में क्या हुआ, यह मायने नहीं रखता। मायने यह रखता है कि निर्वाचित प्रतिनिधि देश की जनता की उम्मीदों पर कितने खड़े उतरे? देश को आगे बढ़ने के लिए हमने कितना काम किया आज देश को नौजवान आशाभरी नजरों से देख रहा है कि देश के चुने हुए प्रतिनिधि कुछ करेंगे. क्या हम लोग देश की जनता के लिए कुछ करेंगे, यह सबसे ज्यादा अहम सवाल है''
AAP सांसदों का निलंबन रद्द करने की मांग
पंजाब से आम आदमी पार्टी के नेता और जालंधर से लोकसभा सांसद सुशील रिंकू ने संसद का विशेष सत्र शुरू होने से पहले सोमवार सुबह में कहा कि विपक्षी दलों ने मांग की है कि केंद्र सरकार पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह और राघव चड्ढा का निलंबन रद्द कराए. उन्हें भी नई संसद में सम्मान के साथ प्रवेश करने का मौका मिले. सभी विपक्ष दलों की मांग है कि संजय और राघव चड्ढा का निलंबन समाप्त हो. सभी के साथ उन्हें भी नये संसद में पेश होने का मौका मिले. यह उनका भी हक है.