Parvesh Verma News: दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी के नेता और पूर्व सांसद प्रवेश वर्मा सुर्खियों में हैं. आम आदमी पार्टी (आप) ने आरोप लगाया है उन्होंने वोटर्स को लुभाने के लिए रुपये बांटे. इस संबंध में आप ने गुरुवार (26 दिसंबर) को इसकी शिकायत केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी से की. 


आप के इन आरोपों पर खुद प्रवेश वर्मा ने सफाई दी है. उन्होंने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में कहा कि मेरे पिता ने तीन संस्था बनाई थी. इसी के तहत हमने जरूरतमंदों को रुपये दिए.


राष्ट्रीय मुस्लिम स्वाभिमान का किया जिक्र


उन्होंने कहा, ''20 साल पहले मेरे पिता ने राष्ट्रीय स्वाभिमान, ग्रामीण स्वाभिमान, राष्ट्रीय मुस्लिम स्वाभिमान के नाम से तीन संस्थाएं बनाई. इसके तहत हमने 400 से अधिक गरीब मुस्लिम महिलाओं का निकाह करवाया. अगर इस एनजीओ के तहत यहां की गरीब महिलाओं को पैसे देते हैं तो क्या गलत है. अभी तो आचार संहिता लागू नहीं हुआ है. इस एनजीओ में लोग दान करते हैं. मैंने महिलाओं का दर्द सुनकर पैसे दिए. इससे दर्द क्यों हो रहा है? इससे मैं देशद्रोही हो गया?''


कोविड के दौरान की मदद- प्रवेश वर्मा


प्रवेश वर्मा ने कहा कि मैंने कोरोना के समय में लोगों की मदद की. पांच करोड़ रुपये खर्च किए. अपने, पत्नी के और बच्चों के अकाउंट मैंने खाली कर दिए.


दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा ने कहा, ''हमारा लक्ष्य है कि देश आगे कैसे पढ़े, दिल्ली प्रदूषण फ्री कैसे हो. अरविंद केजरीवाल ने जो स्कीम (महिला सम्मान योजना) निकाली है, वो धोखा है. ये कैंप लगाकर कार्ड बना रहे हैं, ये बैंक डिटेल नहीं ले रहे हैं. सिर्फ वोटर आईडी देखकर कार्ड दे रहे हैं. अगर वो कह रहे हैं कि वो 2100 रुपये देंगे और कैसे देंगे.''






नई दिल्ली सीट पर दावेदारी?
अटकलें लगाई जा रही है कि बीजेपी दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नई दिल्ली सीट से प्रवेश वर्मा को उम्मीदवार बना सकती है. वर्मा ने अपने बयान में भी इसकी तरफ इशारा किया.


एबीपी न्यूज़ से उन्होंने कहा, ''मेरी निगाह है कि मुझे अरविंद केजरीवाल को नई दिल्ली विधानसभा से हराना है. हमारी सरकार आएगी, कौन मुख्यमंत्री बनेगा? इससे हमें कोई लेना-देना नहीं है. पार्टी नेतृत्व तय करेगा की कौन मुख्यमंत्री बनेगा.''


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