दिल्ली के प्रगति मैदान अंडरग्राउंड टनल से प्रतिदिन हजारों की संख्या में गाड़ियों का आवागमन होता है.इसकी चकाचौंध भी दिल्ली वालों को और बाहर से आने वालों को काफी आकर्षित करती है. लेकिन बीते कुछ दिनों से प्रगति मैदान के अंडरग्राउंड टनल की सड़क पर जलजमाव दिल्ली वालों के लिए बड़ी मुसीबत बन गया है.जलजमाव की वजह से जहां एक तरफ गाड़ियों की रफ्तार धीमी पड़ गई है, वही आकर्षक दिखने वाले इस प्रगति मैदान ने कुछ देर के लिए ट्रैफिक को भी प्रभावित किया है.
प्रगति मैदान टनल में पानी का रिसाव
दिल्ली के प्रगति मैदान टनल में पानी के रिसाव की प्रमुख वजह पंप खराब खराब होना और टनल के आसपास से गुजर रहे पाइपलाइन के ज्वाइंट में होते रिसाव जलजमाव के मुख्य कारण हैं. इसके लिए पीडब्ल्यूडी ने दिल्ली जल बोर्ड को पत्र लिखा है. पंप ठीक कराने का भी कार्य भी अब जल विभाग की ओर से कराया जा रहा है. इसके अलावा पीडब्ल्यूडी और जल विभाग के सहयोग से पानी निकासी का काम भी तेजी से हो रहा है.इस टनल से नियमित तौर पर गुजरने वाले राकेश ने बताया, "बुधवार को लगभग पांच घंटों के लिए इस लीकेज की वजह से अधिक समस्या उठानी पड़ी, लीकेज की समस्या से सड़कों पर अधिक पानी लगने लगा. फिसलन होने की वजह से दुर्घटना भी हो सकती थी. इस दौरान गाड़ियों की रफ्तार धीमी पड़ती दिखाई दी"
पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों का कहना है कि लगभग दो हफ्ते में इस जलजमाव की पूरी समस्या का समाधान कर लिया जाएगा. इसके लिए जल विभाग के भी पूर्ण सहयोग की आवश्यकता होगी जिसके माध्यम से पाइपलाइन के ज्वाइंट में होते समस्याओं को दूर किया जाएगा.
दिल्ली के प्रगति मैदान का महत्व
प्धानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 जून 2022 को प्रगति मैदान के इस इंटीग्रेटेड ट्रांजिट कॉरिडोर का शुभारंभ किया था. ये 1.6 किलोमीटर लंबा टनल गाजियाबाद नोएडा पूर्वी दिल्ली सेंट्रल दिल्ली और इंडिया गेट को जोड़ता है. इस टनल को लगभग 920 करोड की लागत से केंद्र सरकार के प्रोजेक्ट से तैयार किया गया था. इस टनल में बारिश और अन्य वजह से जलजमाव को रोकने के लिए सात भूमिगत पंप लगाए गए हैं. इसके अलावा 100 से अधिक सीसीटीवी भी इस टनल में लगे हैं .अंदर से प्रगति मैदान का यह टनल अनेक सजावट और कलाकृतियों की वजह से काफी आकर्षित दिखता है .
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