Petrol Diesel Price: केंद्र सरकार ने दीपावली से एक दिन पहले पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 5 रुपये और डीजल पर 10 रुपये कम कर दी. इस कमी की वजह से आम लोगों ने राहत की सांस ली, क्योंकि पिछले कुछ समय से लगातार पेट्रोल और डीज़ल के दाम बढ़ रहे थे और जनता की जेब पर असर पड़ रहा था. आइए जानते हैं कि 2014 में केंद्र में मोदी सरकार के आने के बाद अब तक कितनी बार एक्साइज ड्यूटी बढ़ी या घटी है.
मोदी सरकार ने कब-कब बढ़ाई एक्साइज ड्यूटी?
- 1 अप्रैल 2014: यूपीए सरकार के समय में पेट्रोल पर 9.48 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 3.56 रुपये प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी थी.
- 12 नवंबर 2014: मई 2014 में केंद्र में मोदी सरकार के बनने के बाद पेट्रोल पर 11.02 रुपये तो डीजल पर 5.11 रुपये एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई गयी.
- 3 दिसंबर 2014: पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 13.34 रुपये जबकि डीजल पर 6.14 रुपये बढ़ी.
- 2 जनवरी 2015: पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 15.4 रुपये और डीजल पर 8.2 रुपये की बढ़ोतरी की गई.
- 17 जनवरी 2015: पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 17.46 रुपये और डीजल पर 10.26 रुपये की वृद्धि हुई.
- 7 नवंबर 2015: पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 19.06 रुपये जबकि डीजल पर 10.66 रुपये बढ़ी.
- 17 दिसंबर 2015: पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 19.36 रुपये जबकि डीजल पर 11.83 रुपये बढ़ाई गई.
- 2 जनवरी 2016: सरकार ने पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 19.73 रुपये जबकि डीजल पर 13.83 रुपये बढ़ी.
- 16 जनवरी 2016: पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 20.48 रुपये जबकि डीजल पर 15.83 रुपये बढ़ी.
- 31 जनवरी 2016: पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 21.48 रुपये जबकि डीजल पर 17.33 रुपये बढ़ोतरी हुई.
- जुलाई 2019: पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 19.98 रुपये जबकि डीजल पर 15.83 रुपये बढ़ा.
- 14 मार्च 2020: पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 22.98 रुपये जबकि डीजल पर 18.83 रुपये बढ़ाई गयी.
- 6 मई 2020: पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 32.9 रुपये जबकि डीजल पर 31.8 रुपये फिर से बढ़ाई गई.
मोदी सरकार ने कब-कब घटाई एक्साइज ड्यूटी?
- 4 अक्टूबर 2017: पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 19.48 रुपये जबकि डीजल पर 15.33 रुपये घटी.
- 4 अक्टूबर 2018: पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 17.98 रुपये जबकि डीजल पर 13.83 रुपये घटी.
- 4 नवंबर 2021: पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 27.9 रुपये जबकि डीजल पर 21.8 रुपये घटी.
इन आंकड़ों से साफ है कि केंद्र में मोदी सरकार के आने के बाद अब तक 12 बार एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई जा चुकी है जबकि सिर्फ 3 बार घटाई गयी है.
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