Petrol Price: अगर आप भी गाड़ी चलाते है और उसमे पेट्रोल का इस्तेमाल करते हैं, तो ये खबर आपके काम की है, क्योंकि सरकार ने फ्यूल के दामों को ले कर बड़ा फैसला लिया है जिसका सीधा असर अब लोगों की जेब पर पड़ेगा. बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि अब 1 अक्टूबर से बिना ब्लेंड किए हुए ईंधन की कीमत 2 रुपये बढ़ा दी जाएगी यानी 1 लीटर पेट्रोल की कीमत पर 2 रुपए का इजाफा हो जाएगा.
सरकार के मुताबिक यह कदम फ्यूल के दामों से पैसे कमाने के लिए नहीं बल्कि देश में ब्लेंडेड फ्यूल के इस्तेमाल को बढ़ाना है क्योंकि ब्लेंडेड फ्यूल पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाता है.
ब्लेंडेड फ्यूल और अनब्लेंडेड क्या होता है
अगर ब्लेंडेड फ्यूल की बात की जाए तो ब्लेंडेड फ्यूल वह होता है जिसमें पेट्रोल के साथ इथेनॉल को मिक्स किया जाता है और उसकी प्रोसेसिंग की जाती है. वही अनब्लेंड फ्यूल पूरी तरह से नेचुरल होता है उसमें किसी भी तरह की प्रोसेसिंग नहीं होती है. ब्लेंडेड फ्यूल को जब इथेनॉल के साथ मिलाया जाता है तो ये पर्यावरण को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाता, लेकिन अनब्लेंडेड फ्यूल पर्यावरण के लिए अच्छा नहीं माना जाता है.
क्या कहते है अर्थशास्त्री
वहीं सरकार के इस कदम को लेकर अर्थशास्त्रियों की अलग राय है, एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए अर्थशास्त्री आकाश जिंदल ने बताया कि सरकार का यह कदम देश में ब्लेंडेड फ्यूल के चलन को बढ़ाने के लिए है, क्योंकि इससे हमें तेल बेचने वाले देशों पर कम निर्भर होना होगा , सरकार ने कंपनियों को 8 महीने का वक्त दिया है जिसके वो ब्लेंडेड फ्यूल बनाने को ले कर सेटअप भी तैयार कर सकते है, वही पेट्रोल के दाम बढ़ जने को लेकर उन्होंने बताया कि सरकार का यह फैसला लोगों के जरिए पैसे कमाना नहीं बल्कि ब्लेंडेड फ्यूल को चलन में लाना है.
आम आदमी पर क्या होगा असर
फिलहाल देश में 8% इथेनॉल के साथ फ्यूल को ब्लेंड किया जाता है, कुछ राज्य संचालित कंपनियां जैसे इंडियन ऑयल, हिंदुस्तान पेट्रोलियम, भारत पेट्रोलियम यह कंपनियां पेट्रोल में एथेनॉल को मिलाकर बेचते हैं वही लगभग सभी निजी कंपनियां अभी भी बिना इथेनॉल मिलाए पेट्रोल बेचती है, अगर सरकार अक्टूबर से पेट्रोल के दामों में ₹2 का इजाफा कर देगी तो इसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ेगा क्योंकि भारत में अभी ज्यादातर निजी कंपनियां पेट्रोल में ब्लेंडिंग नहीं करती है.
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