Haryana Petrol Pumps Strike: केंद्र सरकार (Central Government) द्वारा पेट्रोल और डीजल पर बिना सहमति के दाम कम करने के विरोध में हड़ताल कर रहे ऑल हरियाणा पेट्रोलियम डीजल एसोसिएशन (All Haryana Petroleum Diesel Association) के कर्मचारियों ने अपनी हड़ताल ख़त्म कर दी है. यह हड़ताल 13 घंटे तक चली. हालांकि, हड़ताल की वजह से आम जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. ऑल हरियाणा पेट्रोलियम डीजल एसोसिएशन के कर्मचारियों ने सरकार से आश्वासन के बाद यह हड़ताल ख़त्म की है.
हड़ताल की वजह से पेट्रोल पंप बंद रहे, जिससे लोग काफी परेशान होते नजर आए. वहीं, जहां पेट्रोल पंप खुले हुए थे वहां लोगों की लंबी लाइन लगी हुई थी. पेट्रोल पंप मालिकों का कहना है कि केंद्र सरकार द्वारा अचानक लिए गए निर्णय के कारण उन्हें नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. इसके अलावा दो और मांगों को लेकर पेट्रोल पंप मालिक हड़ताल पर थे. इनमें दूसरी मांग कमीशन बढ़ाने को लेकर थी, और तीसरी मांग कई राज्यों में बेस आयल को डीजल बता कर बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई थी.
केंद्र सरकार ने कम की थी एक्साइज ड्यूटी
बता दें कि दिवाली की पूर्व संध्या पर, केंद्र ने पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी पांच रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 10 रुपये प्रति लीटर कम कर दी थी, जिसे ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी के बीच उपभोक्ताओं के लिए एक बड़ी राहत के रूप में देखा गया. वहीं हरियाणा सहित 25 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने वैट में कमी की है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने घोषणा की थी कि केंद्र के फैसले से हरियाणा में पेट्रोल और डीजल 12 रुपये सस्ता होगा. हालांकि, राज्य के पेट्रोल पंप मालिक इस फैसले से खुश नहीं हैं.
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