Pickleball Court: अमेरिका का एक ऐसा खेल जिसके बारे में भारत के बहुत ही कम लोग जानते होंगे, ऐसे खेल में नोएडा के 5 खिलाड़ियों ने भाग लिया. खिलाड़ियों ने ना सिर्फ उन्होंने भाग लिया बल्कि देश के लिए पदक भी जीता. यह खेल है पिकलबॉल, जिसे आज दुनिया भर में एक उभरता हुआ खेल माना जा रहा है. 24 जून से 26 जून तक तेलंगाना में 7वीं राष्ट्रीय पिकलबॉल चैंपियनशिप का आयोजन किया गया था. इस खेल में उत्तर प्रदेश को नोएडा के 5 खिलाड़ी रिप्रेंजेन्ट कर रहे थे. इन खिलाड़ियों ने ना सिर्फ उत्तर प्रदेश का नाम रोशन किया बल्कि इसके साथ ही पहली बार 2 कांस्य पदक भी जीते हैं.
इस खेल की खासियत यह है कि इसे किसी भी उम्र के लोग खेल सकते हैं. नोएडा से कांस्य पदक विजेता प्रदीप सक्सेना बताते हैं कि यह खेल अभी भारत में नया है, इसकी शुरुआत यूएस से हुई है और यह टेबल टेनिस और लॉन टेनिस से मिल कर बना है. हालांकि इसकी शुरुआत भारत में 2007 में हुई थी. तभी पिकलबॉल एसोसिएशन का गठन किया था, मगर यह अभी उभरता हुआ खेल है. प्रदीप सक्सेना ने 60+ पुरुष युगल वर्ग में कांस्य पदक जीता है. वहीं उनके साथ राजीव सूज ने अकेले ही कांस्य पदक जीता. अगर बात उत्तर प्रदेश राज्य की टीम की करें तो यह अंडर-14, अंडर-19, ओपन कैटेगरी, 40+ और 60+ जैसी अलग-अलग कैटिगरी से बनी थी.
इस खेल को लेकर यूपी स्टेट पिकलबॉल एसोसिएशन के अध्यक्ष और खुद पदक जीतने वाले प्रदीप सक्सेना कहते हैं, हमारी टीम ने अलग-अलग कैटिगरी में भाग लिया. ऐसे में हमारी टीम ने ना सिर्फ पार्टिसिपेट किया बल्कि 2 मेडल भी जीते हैं. यह हमारे लिए पहली कोशिश में बड़ी उपलब्धि जैसा है. वो बताते हैं कि भारत में पिकलबॉल को लाने वाले सुनील वलावलकर हैं, जिन्होंने 2006 में इस खेल को भारत में इंट्रोड्यूस किया. वह ऑल इंडियन पिकलबॉल एसोसिएशन के संस्थापक और अध्यक्ष हैं. यह इकलौता एक ऐसा खेल है जिसे 8-80 साल की आयु तक के लोग खेल सकते हैं.
वहीं उत्तर प्रदेश स्टेट पिकलबॉल एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी अमन ग्रोवर ने एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा कि पहली बार उत्तर प्रदेश टीम के सेलेक्शन के बाद से मेरा ध्यान गेम प्ले पर था, इसके बाद उन्होंने प्रदेश की जीत पर ध्यान दिया. उन्होंने बताया कि उनकी टीम का टारगेट है कि इस साल उनके प्रदेश से 200 से ज्यादा खिलाड़ियों की एक टीम तैयार करनी है.