PIL in Delhi High Court: दिल्ली हाई कोर्ट में 227 भारतीय और अफगानिस्तान (Afghanistan) में फंसे भारतीय मूल के हिंदू और सिखों की तरफ से संबंधित एक जनहित याचिका दायर की गई है. इसमें कहा गया है कि अफगानिस्तान में फंसे हिंदू और सिखों को तालिबान (Taliban) की तरफ से जान से मारने की धमकी दी जा रही है. याचिकाकर्ता ने तत्काल निकासी, ई-वीजा जारी करने और भारत में सुरक्षित वापसी की मांग की है. याचिकाकर्ता का नाम परमिंदर पाल सिंह है और वे सामाजिक कार्यकर्ता और लेखक हैं.


गौरतलब है कि अफगानिस्तान पर पूरी तरह से तालिबान का कब्जा हो चुका है. कई देशों ने ऑपरेशन चलाया और अपने नागरिकों को वहां से निकाला. भारत भी इसमें शामिल रहा. हालांकि, अभी भी कुछ लोग वहां फंसे हुए हैं. याचिका में जिस तरह से ये कहा गया है कि तालिबान से जान का खतरा है, ये तालिबान के दावों पर सवाल खड़े करता है. 


अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान ने पूरी दुनिया को ये संदेश देने की कोशिश की कि वो मुल्क में अमन चैन और हिंसा को दूर रखेगा. लेकिन उसके शासन में बर्बरता और हिंसा की कई खबरें सामने आईं. इन खबरों ने अमन पसंद देशों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दीं. कुछ खबरें तो ऐसी भी सामने आईं कि तालिबान ने अपने पुराने अंदाज में सजा का एलान किया. मीडिया रिपोर्ट्स में ये दावा किया गया कि विरोधियों को तालिबान ने मौत के घाट उतार दिया.


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