New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दिल्ली के कालकाजी में 'इन-सीटू स्लम रिहैबिलिटेशन' प्रोजेक्ट के तहत झुग्गीवासियों के लिए बनाए गए तीन हजार से अधिक ईडब्लूएस फ्लैटों का उद्घाटन करेंगे. इसके लिए विज्ञान भवन में एक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. इस कार्यक्रम में लाभार्थियों को उनके नए घर की चाबी सौंपी जाएगी. सभी के लिए आवास उपलब्ध कराने की योजना के तहत दिल्ली डवलपमेंट अथॉरिटी ने 376 झुग्गी झोपड़ी समूहों में इन-सीटू झुग्गी पुनर्वास का काम कर रहा है. इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों को उचित सुविधाओं के साथ एक बेहतर और स्वस्थ रहने का वातावरण प्रदान करना है.
दिल्ली में इस तरह के कितने प्रोजेक्ट हैं
डीडीए ने कालकाजी एक्सटेंशन, जेलोरवाला बाग और कठपुतली कॉलोनी में ऐसे तीन प्रोजेक्ट शुरू किए हैं. कालकाजी विस्तार परियोजना के अंतर्गत कालकाजी स्थित भूमिहीन शिविर, नवजीवन शिविर और जवाहर शिविर नाम के तीन झुग्गी-झोपड़ी वाली बस्तियों के समूहों का यथास्थान पुनर्वास चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है. इसमें पहले चरण में 3024 ईडब्लूएस फ्लैटों का निर्माण किया गया है.
झुग्गी-झोपड़ी वाली जगह को भूमिहीन शिविर के लाभार्थियों को नए बने हुए ईडब्लूएस फ्लैटों में पुनर्वासित कर खाली किया जाएगा. इसके बाद दूसरे चरण में खाली हुई जगह का उपयोग नवजीवन शिविर और जवाहर शिविर के पुनर्वास के लिए किया जाएगा. इस प्रोजेक्ट का पहला चरण पूरा हो चुका है और 3024 फ्लैट बनकर तैयार हैं.
फ्लैटों की निर्माण पर कितने की लागत आई है
इन फ्लैटों के निर्माण पर करीब 345 करोड़ रुपये की लागत आई है. ये सभी बुनियादी सुविधाओं से लैस हैं. इसमें विट्रिफाइड फर्श टाइल्स, सिरेमिक टाइल्स के साथ फिनिशिंग दी गई है. इसमें किचन में उदयपुर के ग्रीन मार्बल काउंटर आदि का इस्तेमाल किया गया है. इस प्रोजेक्ट में सामुदायिक पार्क, इलेक्ट्रिक सब-स्टेशन, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, पानी की पाइपलाइन और लिफ्ट जैसी सार्वजनिक सुविधाएं दी गई है. प्रोजेक्ट के लाभार्थियों को फ्लैटों का मालिकाना हक दिया जाएगा.
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