Jan Aushadhi Diwas: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) देशभर में चलाए जा रहे जन औषधि केंद्रों (Jan Aushadhi Center) के मालिकों और लाभार्थियों के साथ सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संवाद करेंगे. दरअसल, पिछले चार सालों से हर साल एक मार्च से सात मार्च तक देशभर में जन औषधि दिवस (Jan Aushadhi Diwas) मनाया जा रहा है. इस साल चौथा जन औषधि दिवस मना रहे हैं.


पीएम का संवाद
चौथे जन औषधी दिवस के मौके पर एक मार्च से सात मार्च तक जन औषधि सप्ताह का आयोजन होता है. जिसमें की अलग-अलग कार्यक्रमों के जरिए इसको लेकर लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाई जाती है. सात मार्च यानी सोमवार को आखिरी दिन प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्रों के मालिकों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संवाद करेंगे.


क्या है मकसद
दिल्ली के सबसे बड़े अस्पतालों में से एक सफदरजंग अस्पताल में प्रधानमंत्री के जन औषधि केंद्र दिवस के मौके पर जनऔषधि सप्ताह का आयोजन किया गया है. इस मौके पर यहां हेल्थ चेकअप कैंप भी लगाया गया है. जहां पर ब्लड प्रेशर से लेकर शुगर टेस्ट की सुविधा निशुल्क दी जा रही है. इस केंद्र के ओनर रमेश महेश्वरी ने एबीपी न्यूज को बताया कि हेल्थ चेकअप कैंप पर लोगों को फ्री डॉक्टर कंसल्टेशन और फ्री मेडिसिन डिस्ट्रीब्यूशन भी किया जा रहा है. इसके साथ-साथ बच्चों में भी दवाइयों को लेकर जागरूकता बढ़ाने के लिए कई कार्यक्रम किए गए हैं. दरअसल, जन औषधि केंद्रों पर किसी भी आम केमिस्ट के मुकाबले सस्ते दामों पर दवाइयां उपलब्ध होती हैं. इसी मकसद से प्रधानमंत्री की महत्वकांक्षी योजना प्रधानमंत्री जन औषधि परियोजना शुरू की गई है.


कितने हैं देश जन औषधि केंद्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस महत्वकांक्षी योजना के अंतर्गत देश भर में अब तक 8,675 जन औषधि केंद्र खोले जा चुके हैं. ना केवल अस्पतालों में बल्कि दिल्ली समेत देशभर के अलग-अलग राज्यों में यह जन औषधि केंद्र खोले गए हैं. जानकारी के मुताबिक 36 केंद्र शासित प्रदेशों और राज्यों में अब तक जन औषधि केंद्र खोले जा चुके हैं. जहां पर सस्ते से सस्ते दामों पर मरीजों के लिए दवाइयां उपलब्ध होती हैं और महंगी से महंगी दवाइयों पर 50 फीसदी से लेकर 90 फीसदी तक का बड़ा डिस्काउंट लोगों को मिलता है. आम केमिस्ट की दुकानों पर दवाइयों का जो दाम होता है उसके मुकाबले प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्रों पर दवाइयां आधे दामों पर उपलब्ध हो जाती हैं. इसके साथ ही पिछले साल 1,118 नए जन औषधि केंद्र खोले गए हैं. जिसके बाद अब तक पूरे देश में 8,675 जन औषधि केंद्र खोले जा चुके हैं.


कितनी हुई है बचत
जन औषधि केंद्रों पर 1,451 प्रकार की मेडिसिन और 240 तरीके के सर्जिकल इक्विपमेंट उपलब्ध हैं. इतना ही नहीं वित्तीय वर्ष 2022-21 में जन औषधि केंद्रों ने 665.83 करोड रुपए की बिक्री की है. जिससे देश के आम नागरिकों की 4000 करोड रुपए तक की बचत हुई है. इसके अलावा वित्तीय वर्ष 2021-22 में 31 जनवरी तक 751.42 करोड़ बिक्री हुई है. जिससे 4500 रूपए की बचत हुई है.


महिलाओं को क्या हुआ फायदा
इतना ही नहीं इन जन औषधि केंद्रों पर महिलाओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए 27 अगस्त 2019 को जनऔषधि सुविधा ऑक्सो बायोडिग्रेडेबल सैनिटरी नैपकिन भी लॉन्च किया गया. जिसकी कीमत मात्र एक रूपए है. इस साल 31 जनवरी तक जन औषधि केंद्र पर 21.13 करोड़ सैनिटरी पैड्स की बिक्री हो चुकी है. जो कि देश भर के जन औषधि केंद्रों पर उपलब्ध है. जन औषधि केंद्रों पर मिलने वाले प्रति एक सेनेटरी नैपकिन की कीमत मात्र एक मात्र है.


कौन सा ऐप किया गया लॉच
इसके अलावा लोगों की सुविधा के लिए 27 अगस्त 2019 को सजन औषधि 'सुगम' नाम से मोबाइल एप्लीकेशन भी लॉन्च किया गया. इस एप्लिकेशन के जरिए अपने नजदीकी जन औषधि केंद्र की लोकेशन आसानी से गूगल मैप के जरिए सर्च की जा सकती है. इसके साथ ही इस एप्लीकेशन पर जेनेरिक और ब्रांडेड मेडिसिन की प्राइस कंपेयर करके आपके किफायती दामों पर दवाइयां खरीद सकते हैं. जन औषधि केंद्रों पर ग्लूकोमीटर प्रोटीन पाउडर मिल्क बेस्ट फूड सप्लीमेंट भी उपलब्ध है.


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