Delhi: 3000 से अधिक EWS फ्लैट तैयार, पीएम मोदी कल लाभार्थियों को देंगे आशियाने की चाबी
डीडीए द्वारा कालकाजी (Kalkaji) में इन-सीटू स्लम पुनर्वास योजना के तहत 3074 मकान बनाए गए हैं. इसके उद्घाटन के लिए नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में बुधवार को एक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा.
Kalkaji DDA Flat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) कल बुधवार (2 नवंबर) को दिल्ली विकास प्राधिकरण द्वारा दक्षिण दिल्ली के कालकाजी (Kalkaji) में इन-सीटू स्लम पुनर्वास योजना (In-Situ Slum Rehabilitation Project) के तहत बनाए गए फ्लैटों की चाबियां उनके लाभार्थियों को देंगे. नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में बुधवार को शाम 4:30 पर एक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. पीएम मोदी इन-सीटू स्लम पुनर्वास योजना के तहत कालकाजी में बने 3024 नए फ्लैटों का उद्घाटन करेंगे.
पीएम नरेन्द्र मोदी इन-सीटू स्लम पुनर्वास योजना के तहत पहले फेज में शॉर्ट लिस्टिड हुए 575 लोगों को उनके नए आशियाने की चाबी देंगे. इन फ्लैटों के निर्माण में लगभग 345 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. जो कि सभी नागरिक सुविधाओं से लैस हैं. जिसमें विट्रिफाइड फर्श टाइल्स, सिरेमिक टाइल्स, रसोई में उदयपुर ग्रीन मार्बल को लगाया गया है. इसके साथ ही सामुदायिक पार्क, इलेक्ट्रिक सब-स्टेशन, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, स्वच्छ जल आपूर्ति के लिए दोहरी पानी पाइपलाइन जैसी सार्वजनिक सुविधाएं हैं. वहीं इन फ्लैटों का आवंटन लोगों को मालिकाना हक भी देगा.
पीएम मोदी विज्ञान भवन में सौंपेंगे घरों की चाबी
इस योजना को लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की ओर से भी एक बयान जारी किया गया है. पीएमओ की तरफ से जारी किए गए बयान में जानकारी देते हुए कहा कि ये फ्लैट इन-सीटू स्लम पुनर्वास योजना के तहत निर्मित किए गए हैं. इन आवासों का निर्माण दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने किया है. वहीं पीएमओ के बयान में बताया गया कि प्रधानमंत्री भूमिहीन कैंप के वासियों को यहां स्थित विज्ञान भवन में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान नवनिर्मित घरों की चाबी सौंपेंगे. इस पुनर्वास परियोजना का उद्देश्य झुग्गी झोपड़ी क्लस्टर के निवासियों को उचित सुविधाओं के साथ बेहतर और स्वस्थ रहने का वातावरण प्रदान करना है.
डीडीए ने 3024 ईडब्ल्यूएस फ्लैटों का किया है निर्माण
बता दें कि डीडीए ने कालकाजी एक्सटेंशन, जेलरवाला बाग और कठपुतली कॉलोनी में ऐसी तीन परियोजनाएं शुरू की हैं. जिसमे से कालकाजी एक्सटेंशन परियोजना के तहत कालकाजी में स्थित भूमिहीन कैंप, नवजीवन कैंप और जवाहर कैंप नामक तीन स्लम क्लस्टरों का पुनर्वास चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है. जिसमें पहले चरण के तहत पास के खाली पड़े वाणिज्यिक केंद्र स्थल पर 3024 ईडब्ल्यूएस फ्लैटों का निर्माण किया गया है.