Delhi Food: बाढ़ पीड़ितों के लिए बने राहत शिविर पर हो रही राजनीति, BJP बोली- 'AAP पार्टी हमें लोगों की मदद नहीं करने दे रही'
Delhi News: बीजेपी ने आम आदमी पार्टी पर इल्जाम लगाया है कि आप पार्टी के द्वार उनके राहत शिविर को हटाने के लिए बोला जा रहा है, यही नहीं आप के कार्यकर्ता बीजेपी के कार्यकर्ता को धमका भी रहे हैं.
Delhi News: देश का राजधानी दिल्ली में हुई भारी बारिश और बाढ़ की वजह से बेघर हुए लोगों को राहत कैंप में पहुंचाया जा रहा है. दिल्ली सरकार द्वारा जगह-जगह कैंप बनाकर बाढ़ पीड़ितों को उसमें शरण दिया जा रहा है. आम आदमी पार्टी के अलावा बीजेपी ने भी कई जगहों पर राहत शिविर लगाए हैं, जहां वह बाढ़ पीड़ितों को खाना-पानी मुहैया करवा रहे हैं. इसी बीच बीजेपी ने आम आदमी पार्टी पर इल्जाम लगाया है कि आप पार्टी के द्वार उनके राहत शिविर को हटाने के लिए बोला जा रहा है, यही नहीं आप के कार्यकर्ता बीजेपी के कार्यकर्ता को धमका भी रहे हैं. बीजेपी दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इसे आप की घटिया हरकत बताया है.
हरीश खुराना ने आप पर साधा निशाना
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि, 'भाजपा के कार्यकर्ता कल से लगातार बाढ़ पीड़ितों की मदद में लगे हुए हैं. भाजपा के कार्यकर्ता सेवा के भाव से कार्य कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर इस अवसर पर भी अरविंद केजरीवाल ओछी राजनीति करने से पीछे नहीं हट रहे. अरविंद केजरीवाल तुम कितनी भी कोशिश कर लो हम जनता की सेवा में लगे रहेंगे और उनकी भलाई के कार्य करते रहेंगे.' बीजेपी प्रवक्ता हरीश खुराना ने भी इस मामले पर ट्वीट किया. उन्होंने कहा कि, पॉलिटिक्स अपने निम्न स्तर पर, बीजेपी के कार्यकर्ता लोगों की सेवा कर रहे हैं. लेकिन अरविंद केजरीवाल की सरकार उन राहत फूड रिलीफ कैंप को यह कह कर हटा रही है की अभी आतिशी जी ने यहाँ आना है इसलिए यहाँ से अपना शिविर हटा लो. केजरीवाल को सिर्फ़ फोटो ऑप करवानी है और कुछ नहीं.
जानें PWD मंत्री आतिशी ने क्या कहा
वहीं दूसरी लोक निर्माण मंत्री आतिशी ने कहा कि, हमने राहत शिविर में रह रहे लोगों के लिए खाने, पीने, चिकित्सा की व्यवस्था की है. यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है इसलिए हम और अधिक व्यवस्था कर रहे हैं. यमुना का जलस्तर हरियाणा के रास्ते हिमाचल प्रदेश से आ रहे बारिश के पानी की वजह से बढ़ रहा है. हमारी केंद्रीय जल आयोग से बात हुई है. हम हरियाणा और हिमाचल प्रदेश की सरकार से भी बात करेंगे.