Ghaziabad Pollution: दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में प्रदूषण चरम पर है. यहां इतना पॉल्यूशन है कि लोगों का सांस लेना दूभर हो गया है. उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड या यूपीपीसीबी भले ही प्रदूषण की रोकथाम के लिए सख्त कार्रवाई रहा है, लेकिन प्रदूषण के स्तर में गिरावट नहीं आ रही है.
दिल्ली एनसीआर में गाजियाबाद बना सबसे ज्यादा प्रदूषित
दिल्ली एनसीआर में गाजियाबाद सबसे प्रदूषित शहर बन चुका है. पूरे गाजियाबाद शहर इस समय कोहरे से लिपटा हुआ नज़र आ रही है लेकिन जानकारी के लिए बता दें कि यह कोहरा नही है बल्कि स्मोग है. जी हां इस समय गाजियाबाद इस स्मॉग की चादर में लिपटा हुआ है, ये स्मॉग लोगों के स्वास्थ्य के लिहाज से काफी खतरनाक बताया जा रहा है.
जिला प्रशासन की सख्त कार्रवाई के बावजूद प्रदूषण चरम पर
वहीं जिला प्रशासन प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए लगातार कार्रवाई भी कर रहा है. प्रशासन द्वारा छिड़काव न करने व कूड़ा जलाने को लेकर सख्त कार्रवाई की जा रही है. नियमो का उलंघन करने पर 80 लाख का जुर्माना भी लगाया गया है. बावजूद इसके प्रदूषण के स्तर में कोई गिरावट नहीं आ रही है.
लोनी का AQI सबसे ज्यादा खराब
गाजियाबाद के वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी AQI की बात करें तो यह 491 है. वसुंधरा क्षेत्र का AQI 486 है. वहीं इंदिरापुरम में 492, संजय नगर 487 AQI है. इन सबमें लोनी का AQI सबस ज्यादा खराब 499 है. वहीं डॉक्टर की तरफ से सलाह दी जा रही है प्रदूषण के कारण बुजुर्ग और बच्चे घर से बाहर न निकले.
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