Delhi News: देश की राजधानी दिल्ली में मौसम में बदलाव के साथ ही प्रदूषण (Delhi Pollution Rise) के स्तर में बढ़ोतरी लोगों को अभी से डराने लगा है. पराली (Stubble Burning) के मामले पिछले दो साल की तुलना में इस बार ज्यादा सामने आ रहे हैं. दो अक्टूबर तक पराली जलाने के सबसे ज्यादा मामले पंजाब से 456 सामने आ चुके हैं. दूसरा नंबर हरियाणा का है, जहां से पराली जलाने के ​120 मामले चिन्हित किए गए हैं. दिल्ली में पराली जलाने के अभी तक एक मामले सामने आये हैं. 


4 दिन बाद से शुरू होगा प्रदूषण का आकलन 


चिंता की बात यह है ​दिल्ली और पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने का सिलसिला शुरू हो चुका है, लेकिन पराली से प्रदूषण का आकलन का अभी शुरू नहीं हो पाया है. जबकि अक्टूबर के अंतिम 15 दिनों में प्रदूषण को बढ़ाने में पराली की भूमिका अहम होती है. नॉर्थ-वेस्ट हवाएं पराली के धुएं को दिल्ली की ओर धकेलती हैं. नॉर्थ वेस्ट विंड कीवजह से दिल्ली एनसीआर में स्मॉग की मोटी परत छा जाती है. पाल्यूशन एजेंसी सफर के अनुसार इस बार 10 अक्टूबर से पराली के दैनिक प्रदूषण का आकलन शुरू किया जाएगा. इसमें न सिर्फ पराली के मौजूदा प्रदूषण बल्कि पराली से होने वाले प्रदूषण का पूर्वानुमान भी पता चलेगा. दिल्ली में पराली का धुआं पहुंचना शुरू नहीं हुआ है, लेकिन जिस तरह से पराली जलाने के मामले बढ़ रहे हैं, कुछ ही दिनों में इसका असर दिखेगा.


2022 में पराली के सबसे ज्यादा मामले पंजाब से


दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए दिल्ली सरकार ने भी कमर कस ली है. ग्रीन वार रूम ने दिल्ली सचिवालय में काम करना शुरू कर दिया है. अधिकारियों को पाल्यूशन रोकने के लिए 15 प्वाइंट एजेंडा पर भी सख्ती से अमल का आदेश दिया गया है. सीएम केजरीवाल सरकार ने रविवार को विंटर एक्शन प्लान का ऐलान किया था. सीपीसीबी के अधिकारियों का कहना है कि यदि पराली के मामले इसी तरह बढ़ते रहे, तो आगामी कुछ दिनों में राजधानी की हवा पर लोगों के स्वास्थ्य के लिए नु​कसानदेह साबित हो सकती है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक साल 2022 में पंजाब में कुल 49,922 और हरियाणा में 3,661 पराली जलाने के मामले सामने आये थे. 


AQI अभी से खराब


केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार 5 अक्टूबर 2023 को दिल्ली में सुबह 8 बजे के करीब औसत एक्यूआई (AQI) 177 दर्ज किया गया, जो मध्यम श्रेणी में आता है. वहीं, दिल्ली के अलीपुर प्रदूषण का स्तर 176 एक्यूआई दर्ज किया गया. बवाना में 214, दिलशाद गार्डन में 205, जहांगीरपुरी में 214, आनंद विहार में 190, अशोक विहार में 102, आया नगर में 136, बुराड़ी में 188, डीटीयू में 189, लोधी रोड में 130 जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में 105, आईटीओ में 140, द्वारका में 185, मुंडका में 352, एनएसआईटी द्वारका में 250, शादीपुर में 300, वजीरपुर  में 206 दर्ज किया गया. 


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