Delhi Power: केंद्र सरकार का दिल्ली सरकार पर आरोप, बिजली की स्थिति के बारे में गलत जानकारी देकर जनता को कर रही गुमराह
Delhi Power: केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने दावा करते हुए कहा कि दिल्ली सरकार राजधानी में बिजली की स्थिति के बारे में गलत जानकारी देकर जनता को गुमराह कर रही है.
Delhi Power: केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने कहा है कि दिल्ली सरकार राजधानी में बिजली की स्थिति के बारे में गलत जानकारी देकर जनता को गुमराह कर रही है. इसके साथ ही दिल्ली के बिजली मंत्री को लिखे पत्र में केंद्रीय उर्जा मंत्री ने दिल्ली सरकार द्वारा जनता को गुमराह करने पर नाराजगी व्यक्त की है. दिल्ली सरकार की बिजली समस्या को लेकर दिल्ली के एनसीटी को बिजली की आपूर्ति करने वाले कुछ एनटीपीसी स्टेशनों की कोयला स्टॉक स्थिति के आंकड़ों को गलत बताया है.
आरके सिंह इन दिल्ली सरकार के पत्र का जवाब देते हुए लिखा कि दादरी संयंत्र में कोयले का स्टॉक 202.40 हजार टन था, जो 29 अप्रैल 2022 को 85 प्रतिशत पीएलएफ (प्लांट लोड फैक्टर) पर 8.43 दिनों के लिए पर्याप्त है. इसके साथ ही ऊंचाहार संयंत्र में कोयला स्टॉक 97.62 हजार टन था, जो 4.6 दिनों के लिए 85 प्रतिशत पीएलएफ या क्षमता उपयोग पर पर्याप्त था. वहीं कहलगांव संयंत्र में 29 अप्रैल को 187 हजार टन (5.31 दिन), फरक्का में 234.22 हजार टन (8.38 दिन) और झज्जर में 162.56 हजार टन (8.02 दिन) कोयला था.
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केंद्रीय उर्जा मंत्री आरके सिंह ने यह भी दावा किया कि पांच थर्मल पावर स्टेशनों के पास 5-8 दिनों के लिए पर्याप्त आरक्षित कोयला स्टॉक है. कोयले के स्टॉक की दैनिक आधार पर भरपाई की जाती है. एनटीपीसी ने दादरी और ऊंचाहार बिजली स्टेशनों से भी 100% उपलब्धता की घोषणा की है. हाल ही में दिल्ली सरकार की तरफ से कहा गया था कि राजधानी में कोयले की कमी से बिजली संकट आ सकता है जिसका प्रभाव मेट्रो स्टेशनों और अस्पतालों में भी देखने को मिल सकता है.