Delhi: अब ट्रेनों की तरह बस में भी होगा सीट रिजर्व, स्पेशल App की मदद से दिल्ली में सफर होगा आसान
Delhi Premium Bus Service: दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने बताया कि अगले कुछ ही महीनों में प्रीमियम बस सर्विस में मोबाइल ऐप के जरिए सीट बुक कर यात्री सफर कर सकेंगे.
Delhi Premium Bus Aggregator Scheme: दिल्ली में लाखों की संख्या में लोग अपने हर दिन के कामकाज के लिए निजी साधन के तौर पर कार का प्रयोग करते हैं. इस दौरान हम सभी अनुभव भी कर रहे होंगे कि दिल्ली के सड़कों पर निजी साधन के रूप में प्रयोग किए जाने वाले कार की संख्या काफी बढ़ चुकी है. दिल्ली सरकार (Delhi Government) की ओर से सड़कों पर कार की संख्या कम करके पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रीमियम बस सर्विस की शुरूआत की जाएगी. सबसे खास बात है कि इन बसों की बुकिंग ऐप के माध्यम से पहले करते हुए यात्रियों की ओर से सीटों को रिजर्व किया जा सकेगा.
दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने इस खास स्कीम के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अगले कुछ ही महीनों में प्रीमियम बस सर्विस में मोबाइल ऐप के जरिए सीट बुक कर यात्री सफर कर सकेंगे. योजना पर काम लगभग अंतिम चरण में है और अनुमान के मुताबिक अक्टूबर तक इस योजना की शुरुआत कर दी जाएगी. इस योजना का प्रमुख उद्देश्य इंट्रासिटी यानी शहर के अंदर कार का सड़कों पर चलना कम करते हुए पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग अधिक से अधिक बढ़ाना, साथ ही पार्किंग जैसी बढ़ती समस्या पर भी लगाम लगाना है.
दिल्ली के परिवहन मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार इस प्रीमियम बस एग्रीगेटर स्कीम का तोहफा अक्टूबर तक मिल सकेगा, जिसमें कुछ खास प्रकार की ये सुविधाएं होंगी.
- ऐप के माध्यम से ही टिकट बुक होगी, जिससे पहले से ही यात्रियों को अपना सीट बुक करने का सुविधा मिल सकेगी.
- यात्रियों के अनुसार तय किए गए लोकेशन वाले बस क्यू शेल्टर से ही पिकअप और ड्रॉप की सुविधा होगी.
- इस स्कीम के माध्यम से प्राइवेट ऑपरेटर को भी प्रीमियम बस सर्विस मुहैया कराने का अवसर मिलेगा लेकिन उन्हें ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की तरफ से तय किए गए सभी नियमों का पालन करना होगा.
- यात्रा, किराया और सीट रिजर्व से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी ऐप पर उपलब्ध हो सकेगी, जिससे यात्रियों का समय बचेगा.
ये भी पढ़ें- Delhi Wrestlers Protest: 'जब तक इंसाफ नहीं मिलेगा यही रहेंगे, जंतर मंतर पर ही मरेंगे'