QS World University rankings 2022: लंदन स्थित वैश्विक उच्च शिक्षा विश्लेषक क्वाक्वेरेली साइमंड्स (QS) ने दुनिया के सबसे अधिक प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों की रैंकिंग जारी की, जिसमें बेंगलुरु के भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) को दक्षिण एशिया का सबसे तेजी से उभरता हुआ विश्वविद्यालय बताया गया है. IISc बेंगलुरु दुनिया के उच्च शिक्षण संस्थानों में 155वें स्थान पर है. क्यूएस की ओर से जारी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों की रैंकिंग में भारत के 4 आईआईटी संस्थानों ने भी दुनिया के शीर्ष 200 विश्वविद्यालयों की लिस्ट में जगह बनायी है.


ये चार IIT टॉप 200 में शामिल


क्यूएस रैंकिंग की इस लिस्ट में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) बॉम्बे ने पांच पायदान की छलांग लगाते हुए 172वां स्थान हासिल किया है. आईआईटी-बॉम्बे को भारत का दूसरा सबसे अच्छा संस्थान बताया गया है जबकि IIT- दिल्ली ने 11 स्थान ऊपर चढ़कर 174वां स्थान हासिल किया है. आईआईटी-कानपुर ने 13 पायदान ऊपर चढ़कर इस रैंकिंग के इतिहास में अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ 264वां स्थान हासिल किया है. जबकि आईआईटी-रुड़की 31 स्थानों की छलांग लगाते हुए अपने उच्चतम रैंक (369) पर पहुंच गया है. क्यूएस रैंकिंग की इस सूची में आईआईटी-इंदौर को 396वां स्थान मिला है.


ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी देश की टॉप प्राइवेट यूनिवर्सिटी


रैंकिंग के अनुसार ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी लगातार तीसरे साल क्यूएस की इस सूची में सर्वोच्च रैंक हासिल करने वाला निजी विश्वविद्यालय है. कुल 41 भारतीय विश्वविद्यालयों ने क्यूएस रैंकिंग की सूची में स्थान प्राप्त किया है, जिनमें 12 के रैंक में सुधार हुआ है, 12 की रैंकिंग में कोई बदलाव नहीं हुआ, 10 संस्थानों के रैंक में गिरावट आई, जबकि देश के सात विश्वविद्यालय पहली बार इस सूची में अपनी जगह बनाने में कामयाब हुए हैं.


जेएनयू, जामिया की रैंकिंग में आई गिरावट


रैंकिंग के अनुसार, 13 भारतीय विश्वविद्यालयों ने अन्य वैश्विक प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले अपने शोध प्रभाव में सुधार किया है. वहीं, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय और जामिया मिलिया इस्लामिया जैसे देश के प्रमुख विश्वविद्यालयों की क्यूएस रैंकिंग में गिरावट आई है. दिल्ली विश्वविद्यालय को इस बार की क्यूएस रैंकिंग की सूची में 521-530 स्थान की श्रेणी में रखा गया है जबकि पिछली बार इसे 501-510 स्थान की श्रेणी में रखा गया था.


जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय को इस बार की क्यूएस रैंकिंग की सूची में 601-650 स्थान की श्रेणी में रखा गया है जबकि पिछली बार इसे 561-570 स्थान की श्रेणी में रखा गया था. जामिया मिलिया इस्लामिया को इस बार की क्यूएस रैंकिंग की सूची में 801-1000 स्थान की श्रेणी में रखा गया है जबकि पिछली बार इसे 751-800 स्थान की श्रेणी में रखा गया था. इसके अलावा जामिया हमदर्द को 1201-1400 स्थान की श्रेणी में रखा गया है. इसके अलावा हैदराबाद विश्वविद्यालय, जादवपुर विश्वविद्यालय और आईआईटी- भुवनेश्वर की रैंकिंग में भी गिरावट दर्ज की गयी है.


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