Delhi: दिल्ली कांग्रेस ने राहुल गांधी के जन्मदिन को जनसेवा के रुप में मनाया, BJP-AAP पर लगाए ये आरोप
Delhi Congress: दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अनिल कुमार ने BJP और AAP पर आरोप- प्रत्यारोप की राजनीति का आरोप लगाया, उन्होंने कहा कि दोनों के संवेदशीलता के कारण दिल्ली की कानून व्यवस्था हो ध्वस्त चुकी है.
Delhi: कांग्रेस पार्टी (Congress) की तरफ से अपने चहेते नेता और पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के जन्मदिवस को बड़े ही धूमधाम से मनाया गया. इसी कड़ी में दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार (Anil Kumar) ने भी राहुल गांधी का जन्मदिन जनसेवा के रुप में मनाया. दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने पटपड़गंज विधानसभा (Patparganj Assembly) के खिचड़ीपुर गांव में कैंप लगवा कर जरूरतमंद लोगों के आंखों की निशुल्क जांच कराई. इसके साथ ही उन्हें चश्मे और दवाइयां भी निशुल्क उपलब्ध कराई.
नफरत के बाजार में खोलेंगे मोहब्बत की दुकान
दर्जनों की संख्या में मौजूद कार्यकर्ताओं के साथ उन्होंने राहुल गांधी के दीर्घायु और स्वस्थ जीवन की प्रार्थना की. इस मौके पर राहुल गांधी के कथन को दोहराते हुए प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि हम नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलने आए हैं . इस संदेश को हमारे नेता ने जन- जन तक पहुंचाया है और हम यही संदेश लोगों तक पहुंचा कर उनका जन्मदिन मना रहे हैं. राहुल गांधी जी ने 3500 किलोमीटर से अधिक की भारत जोड़ो यात्रा की है जिसमें उनका उद्देश्य सुख शांति आपसी भाईचारे सांप्रदायिक सौहार्द को बनाए रखना शामिल रहा.
बीजेपी- आप कर रही आरोप- प्रत्यारोप की राजनीति- अनिल कुमार
अनिल कुमार ने कहा कि 135 करोड़ की जनसंख्या में राहुल गांधी एक ऐसा नाम है, जो देशवासियों विशेषकर गरीब पिछड़े निचले स्तर के नागरिकों के अधिकार के लिए बीजेपी के निरंकुश मोदी सरकार के खिलाफ अकेला लड़ रहा है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार ने बातचीत के दौरान कहा कि राजधानी में बिगड़ते कानून व्यवस्था को नियंत्रित करने के बजाय आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी आरोप- प्रत्यारोप की राजनीति कर रही हैं.
उन्होंन बीजेपी और आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि इसी असंवेदनशीलता की वजह से दिल्ली की कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है. दो महिलाओं की घर में घुसकर हत्या करना, कॉलेज में छात्र की हत्या होना और राजधानी के अन्य मामलों से लोग अब असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, जिसमें दिल्ली की प्रदेश और केंद्र सरकार दोनों बराबर जिम्मेदार हैं.
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