Old Rajendra Nagar Accident: दिल्ली के राजेन्द्र नगर में राव आईएएस कोचिंग सेंटर में हुए हादसे में तीन अभ्यर्थियों की मौत का मामला अब पूरी तरह से सियासी रूप ले चुका है. बीजेपी इस घटना की जिम्मेदार आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार और एमसीडी को ठहरा रही है, तो वहीं आप बीजेपी पर साजिश का आरोप लगा रही है.

 

इस पूरे मामले को लेकर आप ने बीजेपी के साथ उपराज्यपाल वीके सक्सेना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. मंगलवार को आप ने प्रदर्शन कर उपराज्यपाल से इस्तीफे की मांग की, तो वहीं आम आदमी पार्टी और इसके नेताओं ने उपराज्यपाल के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करते हुए एमसीडी कमिश्नर को तत्काल निलंबित करने और नालों की डीसिल्टिंग नहीं कराने वाले अफसरों पर कार्रवाई की मांग की.

 

एमसीडी के अफसरों पर सख्त कार्रवाई की मांग

 

आम आदमी पार्टी के इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में समर्थकों के साथ आप के विधायक और पार्षद भी शामिल हुए और उपराज्यपाल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान उन्होंने एमसीडी कमिश्नर को तत्काल निलंबित करने और नालों की डीसिल्टिंग नहीं कराने वाले अफसरों पर कार्रवाई की मांग की. प्रदर्शनकरियों में शामिल रहे आप के वरिष्ठ नेता और तिमारपुर के विधायक दिलीप पांडे ने कहा कि उन्होंने उपराज्यपाल से उनके निकम्मे अफसरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है, ताकि भविष्य में फिर ऐसी घटना दुबारा न हो.

 

मंत्री के निर्देश के बावजूद नहीं हुई नालों की सफाई

 

दिलीप पांडे ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में 8 साल चले वैधानिक फैसले के बाद बीजेपी की केंद्र सरकार ने एक बिल लाकर दिल्ली सरकार के अधीन काम करने वाले अधिकारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग की शक्ति उपराज्यपाल को सौंप दी. इसका नतीजा ये हुआ कि फरवरी से जून तक 5 बार सौरभ भारद्वाज ने मुख्य सचिव और अन्य अधिकारियों को नालो की सफाई के निर्देश दिए फिर भी सफाई नहीं हुई. इसी के परिणाम स्वरूप राजेंद्र नगर क्षेत्र में ये घटनाएं हुई हैं.

 

विधायक पांडे ने आगे कहा कि सारे अधिकारी उपराज्यपाल के अधीन काम करते हैं. मंत्री सौरभ भारद्वाज की मीटिंग के वीडियो ने ये बात साफ कर दिया है. इसलिए, वो उपराज्यपाल से गुहार लगाने आए हैं कि अफसरों की जिम्मेदारी तय की जाए और मंत्रियों के कहने पर काम न करने वाले निकम्मे अफसरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर उपराज्यपाल एक संदेश दें ताकि भविष्य में होने वाली ऐसी घटनाओं को रोका जा सके.

 

15 साल एमसीडी में रही बीजेपी

 

एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि उपराज्यपाल ने खुद ही स्वीकारा है कि पिछले 10-15 सालों से ड्रेनेज पर कोई काम नहीं हुआ है. एमसीडी में 15 साल से रही बीजेपी ने ड्रेनेज को ठीक नहीं करके पूरी दिल्ली को बर्बाद कर दिया है. जबकि, आप की सरकार एमसीडी में महज एक साल पहले बनी है फिर बीजेपी किस बात के लिए प्रदर्शन कर रही है. इनकी सरकार ने ही एक बिल लाकर ट्रांसफर-पोस्टिंग का अधिकार उपराज्यपाल को दे दिया और उनके पसंदीदा लोगों को अधिकारियों के पदों पर बैठा दिया, जो न काम करते हैं और न करने देते हैं.

 

एमसीडी प्रभारी ने कहा कि नालो की सफाई की जिम्मेदारी सिर्फ एक आदमी तक नहीं रहती है, इसकी जिम्मेदारी एमसीडी के कमिश्नर तक जाती है. अगर नीचे के अधिकारियों ने नालो की सफाई नहीं करवाई तो क्या एमसीडी के कमिश्नर ने कोई समीक्षा बैठक की. अधिकारियों ने नालो की सफाई को लेकर जो रिपोर्ट दी, क्या उसको क्रॉस चेक किया? उन्होंने कहा कि अधिकारियों की जवाबदेही तय करनी पड़ेगी.

 

बीजेपी के प्रदर्शन पर आप ने उठाए सवाल

 

एमसीडी प्रभारी और विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा कि एलजी साहब ने रविवार को दोपहर में एक ट्वीट कर कहा कि पिछले 10-15 सालों से दिल्ली के ड्रेनेज पर कोई काम नहीं हुआ है. हम तो अभी एक साल पहले एमसीडी के अंदर आए हैं, लेकिन पिछले 15 साल से दिल्ली के ड्रेनेज सिस्टम पर कोई काम नहीं हुआ है, उसके लिए कौन जिम्मेदार है? बीजेपी किस बात के लिए प्रदर्शन कर रही है. बीजेपी ने पूरी दिल्ली को बर्बाद कर दिया है, उनको तो शर्म आनी चाहिए.

 

11 साल में बीजेपी के सांसदों ने क्या किया

 

इस दौरान पाठक ने बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि बांसुरी स्वराज ये भी बताएं कि 11 साल से बीजेपी के सांसद हैं, उन्होंने क्या किया? उनकी भी तो जिम्मेदारी बनती है. वो तो अभी एक साल पहले ही विधायक बने हैं. उन्होंने बीजेपी सांसद पर हमलावर होते हुए कहा कि आरोप लगाना बहुत आसान है, फिर भी वो अपनी जिम्मेदारी से नहीं भाग रहे हैं. लेकिन बांसुरी स्वराज को भी बताना पड़ेगा कि उनकी पार्टी ने 15 सालों में ड्रेनेज सिस्टम को क्यों नहीं ठीक किया?