Delhi IAS Coaching Center News: दिल्ली के ओल्ड राजेन्द्र नगर में आईएएस कोचिंग सेंटर हादसे के बाद से दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के साथ दिल्ली पुलिस भी लगातार एक्शन मोड़ में नजर आ रही है. इस हादसे के बाद एमसीडी ने नियमों को ताक पर रख कोचिंग संस्थानों के खिलाफ सीलिंग की कार्रवाई कर रही है तो दिल्ली पुलिस इस हादसे के जिम्मेदार आरोपियों की गिरफ्तारी में लगी हुई है. 


दरअसल, ओल्ड राजेन्द्र नगर हादसे में रविवार को राव आईएएस स्टडी कोचिंग सेंटर के मालिक और समन्वयक की गैर-इरादतन हत्या समेत अन्य आरोपों के तहत गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने इस मामले में रविवार को पांच और लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें बेसमेंट के मालिक के साथ वाहन चालक मनोज कबूरिया भी शामिल है.


वाहन चालक पर लगे ये आरोप


इस मामले में एसयूवी वाहन चालक मनोज कथूरिया पर आरोप है ​कि उसने लापरवाही से स्पीड में गाड़ी चलाया. गाड़ी स्पीड में चलाने से पानी का दबाव कोचिंग सेंटर के गेट पर बढ़ा और वो क्षतिग्रस्त हो गया. कोचिंग सेंटर के बेसमेंट का दरवाजा टूटते ही बेसमेंट में पानी भर गया. उसी पानी में डूबने से तीन आईएएस अभ्यर्थियों की मौत हो गई.


इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक 27 जुलाई की शाम 6:45 बजे 50 वर्षीय मनोज कथूरिया ने ओल्ड राजेन्द्र नगर में राव आईएएस स्टडी सर्किल के सामने पानी से भरी सड़क पर अपनी एसयूवी चलाते हुए गुजरा. उस समय वह अपने घर जा रहा था, जो कि सिर्फ 700 मीटर दूर था. 


रविवार शाम (28 जुलाई) को दिल्ली पुलिस ने व्यवसायी मनोज कथूरिया पर आरोप लगाया गया कि पानी के बीच तेजी से वाहन चलाने से पानी का दबाव बढ़ा और कोचिंग सेंटर का गेट टूट गया. गेट टूटते ही बेसमेंट में पानी भर गया. पानी भरने के कारण तीन छात्रों की मौत हो गई.


ड्राइवर तक ऐसे पहुंची पुलिस


इस बात का खुलासा उस वीडियो से हुआ जिसे घटना के समय कोचिंग सेंटर के एक छात्र ने कथित तौर पर बनाया था. वीडियो में ड्राइवर कथूरिया की फोर्स गोरखा कंपनी की ब्लैक कलर की गाड़ी पानी से भरी सड़क से गुजरते हुए देखा गया. गाड़ी की गति ज्यादा होने के कारण कोचिंग सेंटर के बेसमेंट गेट पर पानी का दबाव बढ़ गया. वीडियो क्लिप में वाहन को सड़क के दूसरे छोर से निकलते हुए देखा जा सकता है.


अभी तक सात गिरफ्तार


दिल्ली पुलिस ने राजेन्द्र हादसा मामले में अभी तक सात लोगों को गिरफ्तार किया है. डीसीपी एम हर्षवर्धन ने बताया कि कल गिरफ्तार किए गए सभी पांच आरोपियों को तीस हजारी कोर्ट में पेश किया गया था, जहां से कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. डीसीपी ने बताया कि वाहन चालक तेज गति से बारिश के पानी में वहां से निकला था, जिसके कारण पानी का बहाव बढ़ गया और बेसमेंट का दरवाजा टूट गया. 


 गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज


दिल्ली पुलिस ने वाहन चालक को बीएनएस की धारा 105 (गैर इरादतन हत्या), 106(1), 115(2), 290 और 3(5) के तहत दर्ज मामले में गिरफ्तार किया है. पुलिस ने उस गाड़ी को भी जब्त कर ली है, जिसे ड्राइवर चला रहा था. एसयूवी चालक को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किए गए एक वीडियो के आधार पर गिरफ्तार किया गया है, जिसमें आरोपी अपने वाहन से बहुत तेज गति से कोचिंग संस्थान के पास से गुजरता हुआ दिखाई दे रहा था. 


नहीं बरती जाएगी कोई कोताही- डीसीपी 


डीसीपी एम हर्षवर्धन ने कहा कि इस हादसे में पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है और जिन-जिन लोगों को इस मामले में संलिप्त हो गए उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने प्रदर्शन कर रहे छात्रों से शांति की अपील करते हुए कहा कि वे अपनी अपने पढ़ाई पर फोकस करें और पुलिस पर भरोसा रखें. इस मामले में कोई भी कोताही नहीं बरती जाएगी. जो भी इस मामले के दोषी होंगे, उनके खिलाफ सख्त से सख्त एक्शन लिया जाएगा. 


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