Sanjay Singh के परिजनों से मुलाकात के बाद राकेश टिकैत बोले- 'केंद्र के खिलाफ जो बोलेगा उसे टारगेट किया जाएगा'
Rakesh Tikait News: राकेश टिकैत ने कहा कि संजय सिंह (Sanjay Singh) को टारगेट किया गया गया है. जो भी केंद्र सरकार के खिलाफ बोलेगा, उसे टारगेट किया जाएगा.
Delhi News: आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) की दिल्ली आबकारी नीति मामले में गिरफ्तारी के बाद बीकेयू नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) उनके परिवार के सदस्यों से मिले. उन्होंने संजय के परिजनों से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि परिवार वालों से मुलाकात अपराध नहीं है. अगर अपराध है तो उनको परिवार दिल्ली में कैसे रह रहा है. दिल्ली के पॉश इलाके में रह रहा है. इससे आगे उन्होंने कहा कि ऐसे मौकों पर परिवार से मिलना जरूरी होता है. उन्होंने कहा कि हमने परिवार के सदस्यों से कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है. संजय सिंह को टारगेट किया गया गया है. जो भी केंद्र सरकार के खिलाफ बोलेगा, उसे टारगेट किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जहां पर भी अत्याचार होगा, वहां जाऊंगा.
किसानों को जाति-धर्म के आधार पर बांटा
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव के दौरान इंडिया गठबंधन के दलों के पक्ष में प्रचार करने को लेकर पूछे गए सवालों के जवाब में कहा कि हम वहां प्रचार करने नहीं जाएंगे. किसानों को पता है उन्हें किसे वोट देना है. उन्होंने बीजेपी सरकार पर किसानों को जाति और धर्म के आधार पर बांटने का भी आरोप लगाया.
किसानों की आवाज को सरकार दबा नहीं सकती
राकेश टिकैत इससे पहले उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में किसानों की समस्याओं को लेकर जारी धरने में किसान नेता राकेश टिकैत शामिल हुए. वह एक ट्रैक्टर पर सवार होकर ‘जीरो प्वाइंट’ पहुंचे, जहां सैकड़ों प्रदर्शनकारी डेरा डाले हुए हैं. बाद में टिकैत ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट में लिखा कि, ‘‘ उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर में जीरो प्वाइंट पर आयोजित किसान-मजदूर महापंचायत में शामिल हुआ और इसे संबोधित किया. सरकार फर्जी मुकदमें कर किसानों की आवाज को नहीं दबा सकती. हमारा यह संघर्ष अंतिम सांस तक देश के किसान के लिए ऐसे ही जारी रहेगा.
किसानों का धरना जारी
भारतीय किसान यूनियन के स्थानीय पदाधिकारी सुभाष चौधरी ने बताया कि संगठन के जुड़े किसानों को कई दिनों से धरनारत हैं. किसान सरकार द्वारा अधिग्रहित ग्रामीणों की जमीन के लिए अधिक मुआवजे समेत कई मुद्दों को लेकर ग्रेटर नोएडा में अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.