Delhi News: दिल्ली के जहांगीरपुरी में करीब एक साल बाद एक बार फिर तनाव का माहौल है. खास बात यह है कि आज रामनवमी है और आज के ही दिन यह स्थिति उत्पन्न हुई है. यह स्थिति दिल्ली पुलिस द्वारा हर साल की तरह इस बार रामनवमी पर जुलूस नहीं निकालने देने की वजह से उठ खड़ी हुई है. पुलिस की इजाजत के बगैर कुछ संगठन रामनवमी पर जुलूस निकलाने पर अड़ गए हैं.
दरअसल, हर साल रामनवमी के अवसर पर देश के अन्य हिस्सों की तरह दिल्ली में भी हिंदू संगठनों के लोग जुलूस और शोभा यात्रा निकालते हैं. इस बार भी रामनवमी पर शोभा यात्रा निकालने के लिए हिंदू संगठनों ने दिल्ली पुलिस से इजाजत मांगी थी, लेकिन एक साल पहले हनुमान जयंती पर सांप्रदायिक दंगा होने की वजह से पुलिस ने शोभा यात्रा निकालने की अनुमति देने से धार्मिक संगठनों को मना कर दिया था.
भारी संख्या में सुरक्षा बल के जवान तैनात
दिल्ली पुलिस के इस रुख से हिंदू संगठनों के लोग नाराज हो गए. उन्होंने पुलिस को संकेत दिया था कि गुरुवार के दिन शांतिपूर्ण तरीके से शोभा निकालेंगे. हिंदू संगठनों के मूड को भांपते हुए और एक साल पहले की घटना से सबक लेते हुए गुरुवार को दिल्ली पुलिस ने जहांगीरपुरी इलाके में भारी संख्या में सुरक्ष बल के जवानों को तैनात कर दिया. ताकि इस बार रामनवमी के अवसर पर कोई अनहोनी न हो.
शोभा यात्रा में उमड़ा विशाल जनसमूह
दूसरी तरफ हिंदू संगठनों के लोग शोभा यात्रा निकालने की जिद पर अड़े रहे और हर साल की तरह इस बार भी वो शोभा यात्रा लेकर सड़कों पर निकल आए हैं. इस यात्रा में भारी संख्या में लोग शामिल हैं. शोभा यात्रा में शामिल लोग अपने-अपने संगठनों के बैनर और झंडे लि हुए हैं. लोग जय श्रीराम के नारे भी लगा रहे हैं. दिल्ली पुलिस ने लोगों को रोकने की कोशिश की है, पर लोग पुलिस की मर्जी के बगैर जुलूस निकाल रहे हैं. इस बीच दिल्ली पुलिस के अधिकारी और जवान शांति बनाए रखने की कोशिश में जुटे हैं. साथ ही लोगों से शोभा यात्रा रोक देने की अपील भी कर रहे हैं. फिलहाल, भारी सुरक्षा के बीच शोभा यात्रा जहांगीरपुरी में जारी है.
बता दें कि करीब एक साल पहले यानी 16 अप्रैल 2022 को देश की राजधानी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती के अवसर पर निकाले गए जुलूस के दौरान दो समूहों के बीच झड़प हो गई थी. दो समूहों के झड़पों में 8 पुलिसकर्मियों और एक निर्दोष नागरिक को चोटें आई थीं. एक साल पहले की हुई हिंसक घटनाएं देश और दुनिया में सुर्खियों में भी रही. इस घटना ने इतना तूल पकड़ा था कि अदालती हस्तक्षेप के बाद शांत हुआ. यही वजह है कि इस बार दिल्ली पुलिस ने जुलून निकालने की ही किसी को इजाजत नहीं दी है.