Ramadan 2023: रमजान के पवित्र महीने में खजूर (Dates) खाने का विशेष महत्व होता है. साथ ही स्वास्थ्य के नजरिए से भी ये काफी लाभदायक होता है. इसलिए रमजान के महीने में खजूर की खपत भी काफी बढ़ जाती है. दरअसल, पूरे दिन अन्न-जल त्यागकर रोजा रखने वाले इम्यूनिटी को बढ़ाने व ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने के लिए रोजा इफ्तार के समय सबसे पहले खजूर का सेवन करते हैं. इसके बाद ही फल और अन्य खाने-पीने की चीजों का सेवन किया जाता है.


अभी रमजान के करीब 10 दिन और बचे हुए हैं और खजूर की लगातार बढ़ती मांग की वजह से खजूर के दामों में इजाफा देखने को मिल रहा है. अब तक खजूर की कीमतों में 25-30 प्रतिशत तक की बढ़तोरी हो चुकी है. रमजान में ही चार गुना खजूर के दाम बढ़ने से सबसे ज्यादा परेशानी रोजेदारों को आ रही है, क्योंकि बिना खजूर के इफ्तार नहीं किया जा सकता है. खजूर सेवन से सुन्नत मानी जाती है. माना जाता है कि खजूर पैगंबर मोहम्मद को बेहद पसंद था और उन्होंने खजूर खाकर ही रोजा खोला था तभी से यह रिवायत चली आ रही है. 


कीमतें बढ़ने के बाद भी मांग पर नहीं पड़ा कोई असर
रमजान के महीने में खजूर की मांग करीब चार गुना बढ़ गई है. खजूर के एक व्यापारी ने बताया कि रमजान में खजूर की मांग काफी बढ़ गई है. इस साल खजूर के दाम भी 25-30 प्रतिशत तक बढ़े हैं, लेकिन इससे इनकी बिक्री पर कोई खास फर्क नहीं पड़ा है. क्योंकि रमजान में लोग खजूर खरीदते ही हैं. इस समय होलसेल मार्केट में 55 रुपए किलो से लेकर 1000-1200 रुपये किलो तक के दाम में खजूर मिल रहे हैं. लेकिन लोगों को सबसे ज्यादा पसंद ईरानी खजूर आ रहा है जिसे कीमिया खजूर कहते हैं.


खजूर की कीमतें


कीमिया का खजूर 140-200 रुपये
इरानी या शाहनी 55-65 रुपये
इराक का खजूर 60-90 रुपये
साउदी अरब का कलमी खजूर 500- 560 रुपये
जॉर्डन का मैटजॉल खजूर 850 रुपये



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